बीजेपी राहुल गांधी द्वारा लंदन में दिए बयान को लेकर कांग्रेस को घेर रही है
नई दिल्ली (सृष्टि मीडिया)। संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में आज भी जोरदार हंगामा हुआ। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। बीजेपी राहुल गांधी द्वारा लंदन में दिए बयान को लेकर कांग्रेस को घेर रही है, जबकि विपक्षी दल अदाणी के मुद्दे पर जेपीसी की मांग को लेकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लंदन से लौट चुके हैं। राहुल गांधी आज संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेंगे। कहा जा रहा है कि राहुल लंदन में दिए अपने बयान को लेकर पत्रकारों से बातचीत कर सकते हैं।
किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी पर बोला हमला
केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अगर राहुल गांधी के बयान से कांग्रेस को मुश्किलें होती हैं, तो हमें इससे कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन अगर वह देश को बदनाम करते हैं तो इस देश का नागरिक होने के नाते हम चुप नहीं रहेंगे रिजिजू ने आगे कहा कि कोई अगर देश को गाली देगा तो ये देश उसको कभी माफ नहीं करेगा। देश के लोगों ने अगर कांग्रेस को नकार दिया है तो यह हमारी गलती नहीं है। दो बातें मैं बहुत ही स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं- राहुल गांधी ने लंदन में जाकर झूठ बोला। संसद में जितना समय उन्हें दिया गया था उससे अधिक उन्होंने बोला। सदन के नियमों को तार-तार कर झूठ बोला। दूसरा- उन्होंने बोला कि वो देश में जाकर अपनी बात नहीं कह सकते हैं, रोक दिया जाता है, लेकिन आप सबने देखा कि उन्होंने यात्रा की और बोलते रहे।
राहुल गाँधी के बयान को लेकर हंगामा
बीजेपी सांसद राहुल गांधी के बयान को लेकर उनसे लगातार माफी की मांग कर रहे हैं। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने विशेष समिति बनाकर एक सांसद के रूप में राहुल के आचरण की जांच की मांग की है। वहीं, केंद्रीय महिला व बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल लोकतंत्र खत्म होने की बात कर रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि उनके कारण कांग्रेस खत्म हो रही है। वहीं, संसद की कार्यवाही के तीसरे दिन यानी बुधवार को भी कांग्रेस अदाणी-हिंडनबर्ग विवाद पर जेपीसी की मांग को लेकर हमलावर रही। इसके चलते तीसरे दिन भी संसद की कार्यवाही नहीं चल पाई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों तरफ के सांसदों को शांत रहने और सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने की अपील की। बिरला ने प्लेकार्ड लेकर हंगामा कर रहे विपक्षी सांसदों को चेतावनी देते हुए कहा कि प्लेकार्ड और नारेबाजी की अनुमति सदन में नहीं दी जा सकती, लेकिन उनकी अपील बेअसर रही।