लालगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी सलेमपुर दलित बस्ती में जाने के लिए रास्ता तक दुरुस्त नहीं हो पाया। ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क निर्माण हेतु लोग मांग तो करते हैं लेकिन इनकी मांग कोई सुनने वाला नहीं है। सलेमपुर दलित बस्ती में बरसात में आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है।
गांव के लोगों का कहना है कि गर्मी के दिनों में तो किसी तरह वह लोग आते जाते हैं लेकिन जब बरसात का मौसम आता है तो इतना कचरा और पानी भर जाता है कि गांव में आवागमन दुश्वार हो जाता है। बरसात के मौसम में रास्ता इतना अधिक खराब हो जाता है कि बच्चों का स्कूल जाना भी बंद हो जाता है। यदि घर का कोई सदस्य बीमार हो जाए उसे अस्पताल पहुंचाने के लिए कच्चे रास्ते पर कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है। अगर 500 मीटर दलित बस्ती में खड़ंजा या इंटरलाकिंग लगवा दी जाए तो इनकी समस्या का समाधान हो सकता है। इनके अंदर नाराजगी है कि इन्हें कोई भी प्रतिनिधि आज तक ऐसा नहीं मिला जो गांव के रास्ते को बनवा सके। गांव के रमेश, बलराज, मोहन, सुरेश, धर्मू राम, राजेश, विनोद, परमी देवी, मालता देवी, मीरा देवी, अरविन्द, राजेन्द्र, गणेश सुरसती, सुनीता दशरथ, सेचू, तारा देवी, प्रेमशीला देवी आदि ने मांग की है कि गांव के रास्ते पर इंटरलाकिंग या खड़ंजा लगवाया जाए ताकि इनकी समस्या का समाधान हो सके।
रिपोर्ट-मकसूद अहमद