आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। पूर्वांचल दौरे पर निकले विद्युत संविदा मजदूर संगठन उत्तर प्रदेश के प्रभारी पुनीत राय ने सठियांव के एक मैरेज हाल में बैठक कर छंटनी के खिलाफ आवाज बुलंद की। कर्मचारियों की छंटनी को सरकार की रोजगार नीति के विरुद्ध करार दिया।
जोन प्रभारी रामदुलारे गुप्ता की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रदेश प्रभारी ने कहा कि पूर्वांचल डायरेक्टर द्वारा 2017 का मानक लागू कर आजमगढ़ से 300 और पूरे पूर्वांचल से 3000 कर्मियों की छंटनी का उठाया गया कदम गैर कानूनी है। बताया कि वर्ष 2017 में प्रदेश में बिजली की खपत लगभग 14,000 मेगावाट थी, जो अब बढ़कर 29,000 मेगावाट हो चुकी है। पूर्वांचल डिस्काम में उपभोक्ता संख्या भी 58 लाख से बढ़कर 1 करोड़ 25 लाख हो गई है। ऐसे में संविदा कर्मियों की छंटनी का कोई औचित्य नहीं है। यदि यह आदेश वापस नहीं लिया गया तो हम इसी 18 अक्टूबर को वाराणसी पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम प्रबंध निदेशक कार्यालय पर शांतिपूर्ण सत्याग्रह करेंगे। यदि इसके बाद भी समाधान नहीं हुआ तो 22 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करेंगे।
बैठक के दौरान कई सब-स्टेशनों के पदाधिकारियों की नियुक्ति भी की गई। मोहम्मदपुर सब स्टेशन के लिए जसवंत प्रजापति अध्यक्ष, नंदकिशोर यादव महामंत्री, ऊंची गोदाम सबस्टेशन के अवध राज यादव अध्यक्ष, विजय शंकर गौड़ महामंत्री, सिकौला सब स्टेशन के मोनू कनौजिया अध्यक्ष, शेषनाथ मिश्रा महामंत्री, मुबारकपुर नया सब स्टेशन के हरिनाथ यादव अध्यक्ष, प्रिंस यादव महामंत्री, पिचरी जलालपुर सब स्टेशन के रवि गौड़ को अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया। बैठक में सचिन राय, संतोष तिवारी, जगदीश मौर्य, अशोक यादव, नीरज पांडे, सचिन राय, राजनाथ यादव, विजय यादव, रमेश यादव, गौतम कुमार, हरिवंश यादव, सूरज राजभर, सुधीर कुमार, संतोष कुमार और हरि गोपाल सिंह उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-सुबास लाल