लालगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। विकासखंड के चेवार पश्चिम गांव में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर नियुक्त डॉक्टर व अन्य स्टाफ की लापरवाही से करीब तीस हजार आबादी वाले चेवार के कई मौजे तथा नर्सरी से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज आदि के बच्चे व क्षेत्र के मरीज झोलाछाप डॉक्टरों के यहां जाने को मजबूर हो रहे हैं।
पीएचसी का 2004 में लोकार्पण हुआ था। हॉस्पिटल की स्थिति दयनीय काफी हो गई थी। किंतु क्षेत्र के फेकू सिंह महाविद्यालय के प्रबंधक अमरनाथ सिंह तथा लालगंज ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि उद्धव सिंह सोनू के द्वारा निजी सहयोग आम ग्रामीण व कंजहित के व्यापारियों से सहयोग लेकर और विकास खंड से लाखों रुपए के बजट से हॉस्पिटल का रंग रोगन जंगला, खिड़की, दरवाजा तथा वाटर कूलर, हैंडपंप और सैकड़ों ट्राली हॉस्पिटल प्रांगण में मिट्टी गिराने के साथ गेट का पुनरुद्धार आदि कार्य कराया गया। लेकिन ग्रामीण जनता मायूस है कि हॉस्पिटल पर एक डॉक्टर समीर, एक फार्मासिस्ट राजेश, वार्ड ब्वॉय ज्ञानेंद्र कुमार दिनकर, स्वीपर मुकेश तिवारी, हरेंद्र पांडे, एएनएम श्वेता रानी जनता की सुविधा हेतु हॉस्पिटल पर नियुक्त किए गए हैं किंतु डॉक्टर महीने में कब आते हैं, ग्रामीणों को पता नहीं चलता। सीएससी अधीक्षक डाक्टर वीके सिंह से ग्रामीणों द्वारा पूछा गया तो वह कहते हैं कि वह छुट्टी पर हैं। आज सोमवार को हॉस्पिटल पर बारह बजे पहुंचने पर सिर्फ वार्ड ब्वॉय ज्ञानेंद्र कुमार दिनकर वहां मौजूद मिले। उन्होंने बताया कि डॉक्टर समीर के पिता जी पीजीआई में भर्ती हैं छुट्टी लेकर इलाज के लिए गए हैं। फार्मासिस्ट राजेश आजमगढ़ गए हैं। मुकेश तिवारी ऑफिस गए हैं। हरेंद्र पांडे भी छुट्टी पर हैं। श्वेता रानी फील्ड में हैं। वहां पहुंचे अनिल सिंह ने बताया कि डॉक्टर साहब पिता जी का इलाज पीजीआई में कराते कराते 12ः50 पर हॉस्पिटल पर आ गए। ग्राम निवासी अनिल सिंह ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चेवार का उच्चाधिकारी मौके पर आकर मुआयना करें और स्थिति में सुधार कराने का प्रयास करें।
रिपोर्ट-मकसूद अहमद