माहुल आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय क्षेत्र में बीते कई वर्षों से बिजली की जर्जर व्यवस्था और कटौती से व्यापारी से लेकर किसान तक त्रस्त हैं। जहां किसान की किसानी बर्बाद हो रही है वहीं अहरौला से कप्तानगंज 21 किलोमीटर की सड़क वर्षाें से पूरी तरह जर्जर होकर गड्ढे में तब्दील हो गई है जिस पर चलना किसी भी पहाड़ी जैसे रास्तों से कम नहीं है। व्यापारियों का व्यापार पूरी तरह चौपट हो रहा है। हर तरफ से शासन से जुड़े लोगों से गुहार लगाकर व्यापारियों ने अंत में आंदोलन का रास्ता बना दिया। मंगलवार को दोपहर व्यापारी और किसानों का एक प्रतिनिधि मंडल अभिषेक उपाध्याय के नेतृत्व में एसडीएम के नाम तहसीलदार बूढनपुर को आगामी एक अगस्त को होने वाले प्रस्तावित बाजार बंद धरना प्रदर्शन के संबंध में ज्ञापन सौंपा गया।
सोमवार को राम जानकी मन्दिर परिसर अहरौला मेंएक बैठक हुई। जिला पंचायत सदस्य ग्राम प्रधान संभ्रांत नागरिक समाजसेवी और बाजार वासियों के साथ गांव के लोग भी बैठक में शामिल होकर एक स्वर से बिजली कटौती के खिलाफ और अहरौला से कप्तानगंज जर्जर सड़क की मांग को लेकर आंदोलन पर उतरने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि बार-बार उच्चाधिकारियों के आश्वासन पर अपने आंदोलन को पीछे नहीं हटने देंगे क्योंकि आज तक हमें आश्वासन की घुट्टी पिलाई गई और समस्या का निदान नहीं किया गया। व्यापारी और किसान एक साथ फुलवरिया से लेकर चांदनी चौक तक बाजार को पूरी तरह बंद कर आगामी 5 दिनों के अंदर आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेंगे। इसके बाद भी अगर समस्या का निदान नहीं हुआ तो हम लोग एकजुटता दिखाकर मुख्यमंत्री दरबार तक जाएंगे और अहरौला पावर हाउस को उच्चकृत करा कर ही दम लेंगे। इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य विजय बहादुर सिंह, महेंद्र पाठक, अभिषेक उपाध्याय, संजय कुमार पाण्डेय, नीरज चौरसिया, मनीष बरनवाल, अवनीष बरनवाल, सोनी, रामजन्म गुप्ता, मनोज गुप्ता, सुरेश चंद मौर्य, मनोज बरनवाल, प्रमोद सिंह, ओमप्रकाश सिंह, पंकज पाल आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-श्यामसिंह