आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। निदेशक, महिला कल्याण, उत्तर प्रदेश लखनऊ के निर्देशन में एवं उच्चतम न्यायालय में योजित याचिका में आदेशों के अनुपालन में, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, नई दिल्ली द्वारा स्ट्रीट सिचुएशन्स् पर जीवन यापन करने वाले बच्चों को चिन्हित कर पुनर्वासित करने के उद्देश्य से शुक्रवार को एसजेपीयू व जिला प्रोबेशन अधिकारी बीएल यादव द्वारा संयुक्त टीम के माध्यम से बाल भिक्षावृत्ति रोकने के लिए विशेष रेस्क्यू अभियान चलाया गया।
संयुक्त टीम द्वारा जनपद के रेलवे स्टेशन, रोडवेज, भंवरनाथ मंदिर, दुर्गा मन्दिर रैदोपुर में होटल, ढाबों, मिठाई की दुकानों, मोटर वर्कशाप आदि स्थानों पर बाल श्रमिकों को चिन्हांकन किया गया। उक्त अभियान में 4 बच्चों को रेस्क्यू कर नियमानुसार श्रम विभाग द्वारा फार्म नम्बर 17 भरकर आवश्यक विधिक कार्यवाही किया गया एवं परिजनों को बालश्रम न कराने सम्बन्धी आवश्यक आदेश-निर्देश दिया गया। इस मौके पर आम जन को बालश्रम न कराने एवं बाल भिक्षावृत्ति को रोकने के प्रति जागरुक किया गया। इस अवसर पर एसजेपीयू के प्रभारी अभय राज मिश्र, सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन रजनीश श्रीवास्तव, एसीएमओ डॉ.अरविन्द चौधरी, खण्ड शिक्षा अधिकारी पल्हनी सहित संबंधित अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव /ज्ञानेन्द्र कुमार