आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। लगातार कई दिनों से पड़ रही गर्मी से गुरुवार को सुबह काफी राहत मिली, लेकिन दिन चढ़ने के साथ जिंदगी आफत बन गई। सुबह तेज हवा के साथ लगभग आधा घंटा की बारिश से काफी राहत मिली और टंकी का पानी भी ठंडा मिला। लगा कि पूरा दिन खुशनुमा रहेगा, लेकिन अचानक से निकली तेज धूप ने हालात को रोज की तरह से कर दिया। अधिकतम तापमान 41 और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जबकि बुधवार को तापमान क्रमशः 41 व 30 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था।
उमस और धूप ने लोगों को पूरी तरह से बेहाल कर दिया। इससे तपती धूप में घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। गर्म हवा के बीच धूप से लोगों का जीना मुश्किल हो गया। इसी बीच बादलों की आवाजाही से बारिश की उम्मीद भी बरकरार रही।
फिलहाल घर के कमरों के साथ बाहर भी राहत नहीं मिल रही थी। तेज धूप के चलते बदन झुलसने लगा। सुबह से ही भगवान भास्कर के तेवर तल्ख होने के कारण लोग घरों से निकलने के पहले बचाव का उपाय कर कर रहे थे। गर्म हवा चेहरे पर आंच की तरह लगती रही। बीच-बीच में बादलों के आने का भी क्रम लगा रहा। तेज धूप से दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। गर्मी के प्रकोप को देखकर लोग घरों से निकलने में परहेज करते रहे। सड़क पर आंच निकलने से एक कदम चलना मुश्किल हो जा रहा था। पेड़ की छांव के नीचे थोड़ी आराम मिल रही थी। धूप से बचने के लिए शीतल पेय पदार्थाे का सेवन खूब कर रहे हैं। बाजार में लोग सत्तू की लस्सी, बेल का शर्बत आदि का सहारा ले रहे हैं।
रिपोर्ट-सुबास लाल