आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। गरीब मजदूर का बेटा घातक बीमारी के कारण जिन्दगी और मौत से जूझ रहा है। जिसका इलाज पीजीआई लखनऊ में चल रहा है। इसके इलाज के लिए पीजीआई के डाक्टरों ने 15 लाख का खर्च बताया। इलाज के लिए 15 रुपये का खर्च सुनकर गरीब परिवार के पैरों तले जमीन खिचक गयी।
विकास खण्ड सठियांव के ग्राम सीही निवासी गरीब मजदूर सुरेश का पुत्र रामजीत चौहान हंसी खुशी पूर्वक जीवन व्यतीत कर रहा था। उसके पिता भट्ठा पर मजदूरी का काम करते हैं। दिसम्बर माह में रामजीत की तबीयत खराब हुई तो उसके पिता चक्रपानपुर स्थित पीजीआई में डाक्टरों को दिखाया। जांच में पता चला कि रामजीत अप्लास्टिक एनीमिया से पीड़ित है। डाक्टरों ने उसे लखनऊ स्थित पीजीआई के लिए रेफर कर दिया। पीजीआई लखनऊ के डाक्टरों ने जांच कर रामजीत के इलाज के लिए 15 लाख का खर्च बताया। जिसमें क्षेत्रिय विधायक मुबारकपुर द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष से 2 लाख रुपये एवं सांसद निरहुआ द्वारा प्रधानमंत्री सहायता कोष से 3 लाख टोटल 5 लाख की धनराशि पीजीआई लखनऊ भेज दी गयी। बाकी 10 लाख रुपये के लिए गरीब इधर उधर भटक रहा है। अप्लास्टिक एनिमिया से पीड़ित रामजीत ने बताया कि पीजीआई के डाक्टरों द्वारा बताया गया कि बोन मैरो ट्रांस प्लांट के लिए 15 लाख हास्पिटल के खाते में मौजूद होने पर ही ट्रांस प्लांट किया जायेगा। रामजीत की हालत देख सीही गांव निवासी अंगद यादव ने सामाजिक कार्यकर्ता रामकुंवर से सम्पर्क किया और पीड़ित के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
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पीड़ित के इलाज के लिए किया जायेगा भिक्षाटन-रामकुंवर
आजमगढ़। अप्लास्टिक एनीमिया से पीड़ित रामजीत चौहान के बारे में सुनकर समाज सेवी रामकुंवर यादव ने कहा कि अगर पीड़ित के इलाज के लिए सरकारी सुविधा पूर्ण रुप से नहीं मिल पा रही है तो पीड़ित रामजीत के जीवन को बचाने के लिए पूरा प्रयास किया जायेगा। जरुरत पड़ी तो सठियांव की धरती पर इलाज के लिए भिक्षाटन किया जायेगा।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार