आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश, उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान लखनऊ तथा जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद आजमगढ़ एवं जिला प्रशासन आजमगढ़ के संयुक्त तत्वाधान में मंगलवार को हरिऔध कला केंद्र में प्रभु श्रीराम को समर्पित कार्यक्रम रामोत्सव सम्पन्न हुआ। शुरूआत कलाकारों एवं उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान के निदेशक अतुल द्विवेदी, जिला पर्यटन सूचना अधिकारी, सचिव जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद डा.रूपेश कुमार गुप्ता, तथा संयोजक डीपी तिवारी अग्रसेन महाविद्यालय की प्राचार्य डा.जूही शुक्ला द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया।
सांस्कृतिक संख्या में प्रथम कार्यक्रम के रूप में स्थानीय कलाकार कमलेश सोनकर एव ंदल द्वारा गणेश वंदना की गयी। तत्पश्चात जनपद के लोक कलाकार अभिराज गोंड़ एव ंदल द्वारा गोड़उ नृत्य की प्रस्तुति दी गयी। उसके बाद भगवान विष्णु के दशावतार को प्रदर्शित करती उड़ीसा से आये बच्चों की टोली ने गोटीपुआ नृत्य से दर्शकों को रोमांचित कर दिया। शिवचारण साहू व उनके दल द्वारा इस नृत्य में भगवान विष्णु के दशावतारों का नृत्य प्रस्तुत किया गया।
बाल रूपी लवकुश द्वारा कहीं रामायाण को कथक नृत्य नाटिका के रूप में मुम्बई महाराष्ट्र से पधारी विदुषी रूचि शर्मा एव ंदल द्वारा प्रस्तुत किया गया जिसमें प्रभु श्रीराम के जन्म से लेकर रावण वध तक के प्रसंग को प्रस्तुत किया गया। बच्चों द्वारा मरे अंजनी के लाल प्रस्तुत किया गया। अंत में वाराणसी से पधारे लोक गायक राजन तिवारी द्वारा राम भजन पर गाए गीतों को रितु ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। अग्रसेन महाविद्यालय तथा कुसुम देवी महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा कार्यक्रम की साज-सज्जा की गयी। अग्रसेन महाविद्यालय के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल तथा उप प्रबंधक चंदन अग्रवाल उपस्थित रहे। अतुल द्विवेदी ने सभी कलाकारों को स्मृति चिन्ह, पुष्पगुच्छ तथा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। डा.अंशु अस्थाना ने संचालन किया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार