निजामाबाद आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। बिजली की मांग को लेकर प्रदर्शन करने वाले वजीरमलपुर क़े ग्रामीणों को पुलिस द्वारा दौड़ा-दौड़ाकर पीटने की घटना की सूचना पर सोशलिस्ट किसान सभा और सामाजिक न्याय मंच का प्रतिनिधि मंडल रविवार को पीड़ितों से मुलाक़ात की। प्रतिनिधि मंडल में सोशलिस्ट किसान सभा महासचिव राजीव यादव, सामाजिक न्याय मंच क़े सत्यम प्रजापति, श्याम सुन्दर मौर्या, अवधेश यादव, सुंदरम प्रजापति शामिल रहे।
प्रतिनिधि मंडल वजीरमलपुर गांव पहुंचा तो गांव में दहशत का ऐसा माहौल था कि लोग कुछ भी बताने से हिचक रहे थे। गांव की महिलाओं ने बताया कि चार-पांच दिन से खम्भा टूटने से बिजली नहीं आ रही थी जिससे चौका-चूल्हा सब ठप पड़ गया था। इस गर्मी में बच्चे, बूढ़े और महिलाओं का बुरा हाल हो गया था। 29 अगस्त को ज़ब बिजली की मांग को लेकर लोग प्रदर्शन कर रहे थे तो रात में पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया और दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
ग्रामीणों ने बताया कि कुम्हार बस्ती क़े लोग वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट क़े तहत मिट्टी का बर्तन बनाते हैं। बिजली आपूर्ति न होने क़े चलते उनका पूरा व्यवसाय ठप हो गया था। उनकी रोजी-रोटी पर संकट आ रहा था। मिट्टी क़े बर्तन क़े व्यवसाय क़े चलते बिजली विभाग वाले उनसे पैसे की भी मांग कर रहे थे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ज़ब हमने पैसा न देने की वजह से बिजली विभाग द्वारा खम्भा न लगाने का आरोप लगाया तो पुलिस से लाठी चार्ज करवा करके हमारी आवाज को दबाया गया।
किसान नेताओं ने कहा कि दुनिया भर में आजमगढ़ की पहचान निजामाबाद की ब्लैक पॉटरी को बनाने वाले कुम्हार समाज क़े लोगों पर जो पुलिसिया ज्यादती हुई है उसके दोषी विद्युत विभाग क़े अधिकारियो व पुलिस कर्मियों क़े खिलाफ तत्काल मुकदमा पंजीकृत किया जाय। किसान नेताओं ने मांग किया कि वजीरमलपुर के ग्रामीणों पर जो फर्ज़ी मुकदमे दायर किये गए हैं उसे तत्काल वापस लेते हुए दोषियों के खिलाफ कार्यवाई किया जाय।
रिपोर्ट-वीरेन्द्रनाथ मिश्र