फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। तहसील क्षेत्र के खुरासन रोड रेलवे स्टेशन से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, गुजरात आदि प्रदेशांे की यात्रा क्षेत्रवासी करते हैं। खासकर गोदान व कैफियात जैसी ट्रेनों के यात्री खुरासन रोड स्टेशन से यात्रा करते हैं। खुरासन रोड रेलवे स्टेशन पर आरक्षण खिड़की भी है, जहां से आम आदमी का आरक्षण होना सम्भव नहीं होता,ं क्योंकि दर्जनों टिकट दलाल खुद यहां सक्रिय हैं। आपस में तालमेल बनाकर खिड़की पर अपना नम्बर अपनांे को खड़ाकर लगाए रहते हैं। नम्बर प्राप्त ब्यक्ति तत्काल टिकट लेने का भागीदार बन जाता है। लिंक खुला नहीं कि पहले दलालों के टिकट निकलते हैं, जिससे आम आदमी का नम्बर कट जाता है।
वर्षांे से रेलवे टिकट रिजर्वेशन कराने का कार्य करने वालों की इतनी पकड़ है कि अन्य प्रदेशों से वीआईपी कोटे में सेटिंग कर टिकट रिजर्व कराकर दोगुने रेट पर जरूरतमंदों को बेचते हैं। इन टिकट दलालों की स्थानीय स्तर पर रेलवे पुलिस व उच्चक़धिकारियों में इतनी पकड़ है कि ऊपर से धर पकड़ टीम का कोई अभियान चलता है तो इन्हें आगाह कर दिया जाता है। अन्यथा ये खुलेआम लबे सड़क कारोबार करते हैं। इन टिकट माफ़ियाओं की छत्रछाया में रहकर ही कोई टिकट का कार्य कर सकता है अन्यथा अपने सम्बन्धांे के आधार पर ये टिकट माफिया पकड़वा देते हैं। वर्षाे से टिकट का खेल धड़ल्ले से चल रहा है। क्षेत्रवासी जानकर भी लुट रहे हैं, क्यांेकि छुट्टी खत्म तो जाना ही है। क्षेत्रवासी मनीष पाल, आमीर, बतीस यादव, बहादुर यादव, चन्द्रभान, शाहनवाज, मो. हसीब, गोविन्द, नागेन्द्र यादव आदि ने बताया कि टिकट माफ़ियाओं की सक्रियता रेलवे विभाग में पकड़ इस कदर है कि कभी कभार आरक्षण खिड़की पर जाकर टिकट लेने वाला सदैव फ्लाफ़ हो जाता है। क्षेत्र वासियों ने रेल महाप्रबंधक वाराणसी व गोरखपुर का ध्यान इस तरफ आकृष्ट कराते हुए मांग की है कि खुरासन रोड रेलवे स्टेशन पर रेलवे पुलिस की तैनाती व समय-समय पर उड़नदस्ता टीम बनाकर टिकट माफ़ियाओं के टिकट नेटवर्क सिस्टम को समाप्त कराया जाए।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय