रविवार को मनाएँगे पैगंबर हजरत अली की जयंती

शेयर करे

जाने-माने शायरों ने अपने-अपने अंदाज में हजरत अली को खिराज अकीदत पेश की

वाराणसी (सृष्टि मीडिया)। पैगंबर हजरत अली की जयंती रविवार को मनाई जाएगी। कई जगह महफिलें सजाईं गईं हैं। 11 रजब 1444 हिजरी पर शेरे खुदा दामादे पैगंबर हजरत अली की जयंती के दौरान जश्न का आगाज हो गया है। पितरकुंडा में महफिलें सज गईं हैं। कई शायरों ने कलाम भी पेश किए। ओलमां कराम ने नूरानी तकरीर पेश की, बच्चों के द्वारा कलाम पढ़े गए। उन्हें इनाम से भी नवाजा गया। ओलमाय कराम ने भी तकरीर पेश की। वहीं, प्रोफेसर अजीज हैदर रिहान, बनारसी नसीर, आजमी मुंबई, इमरान हैदरी, आशूर बनारसी, अतहर बनारसी, अतश बनारसी जैसे शायरों ने अपने-अपने अंदाज में हजरत अली को खिराज अकीदत पेश की।

मक्का में हुआ था हजरत अली का जन्म

यहा जानकारी देते हुए शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता सैयद फरमान हैदर ने बताया कि हजरत अली का जन्म 1467 साल पहले मक्का में हुआ था। उनके लिए मशहूर है- पैदा काबे में हो मस्जिद में शहादत पाय, अली सा कोई बंदा हो तो दुनिया सामने लाए। इस सिलसिले से रामनगर के दोषी पुरा, प्रहलाद घाट, मुकीम गंज, दालमंडी, नई सड़क, मदनपुरा समेत तमाम शहरी इलाकों में जश्न मन रहे हैं। लोगों ने नजर और दुवाखानी के जरिए एक दूसरे को मुबारकबाद पेश की। काली महल शिया मस्जिद में तकरीर करते हुए फरमान हैदर ने बताया कि जिसके बेटे हसन हुसैन जैसे हो, जिसकी जीवन साथी बीबी फातिमा जैसी हो, जिस व्यक्ति ने सारी दुनिया को जीवन जीने का तरीका बताया हो, उसकी जयंती पर महफिलों का सिलसिला तो कई दिनों तक जारी रहना चाहिए।

महंत, पादरी और सिख गुरु में लेंगे हिस्सा

रविवार को सुबह नौ बजे टाउनहाल (कोतवाली गेट) के पास से मौला अली का जुलूस उठाया जाएगा। मैदागिन चौराहा, बुलानाला, से होते हुए नीचीबाग गुरूद्वारा पहुंचेगा। यहां पर गुरुद्वारे के मैनेजर महेंद्र सिंह और ग्रंथी धर्मवीर सिंह इस जुलूस का स्वागत करेंगे। जुलूस की अगुवाई समीति के पदाधिकारीगण ओलामा के साथ करेंगे। चौक चौराहे पर पाँच मिनट के लिए संक्षिप्त तकरीर होगी। जुलूस दालमंडी से होता हुआ नई सड़क चौराहे पहुंचेगा। यहां पर अक्षिप जगनिक तकरीर होगी। जुलूस फाटक शेख सलीम, काली महल, पितरकुंडा पहुंचेगा। यहां पर 12:30 बजे सेमिनार का आयोजन होगा। यहां पर सभी धर्मों के लोग मंच को संबोधित करेंगे। संकट मोचन के महंत प्रो. विश्वंभर नाथ मिश्र, बिशप यूजीन जौजेफ, काशी विद्यापीठ के वाईस चांसलर प्रो. एके त्यागी, मैत्री भवन के डायरेक्टर फादर डैनिस फिलिप्स, धर्मवीर और कबीरमठ से उमेश कबीर और मौलाना गुलाम नबी के साथ शायर शैलेंद्र अजमेरी शिरकत करेंगे। सेमिनार की अध्यक्षता मौलाना शमीमुल हसन करेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *