आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सिधारी थाना अंतर्गत चिल्ड्रेन गर्ल्स कॉलेज में घटित घटना में नामजद दो अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को सम्बंधित धाराओं में जेल भेज दिया।
सिधारी थाना क्षेत्र के हरबंशपुर में स्थित चिल्ड्रेन गर्ल्स कॉलेज में 31 जुलाई को श्रेया ने तीसरी मंजिल से कूद कर जान दे दी थी। इस संबंध में वादी द्वारा तहरीर दिया गया कि उनकी पुत्री जो चिल्ड्रेन गर्ल्स कालेज में कक्षा-11 की छात्रा थी, 31 जुलाई को प्रतिदिन की भांति विद्यालय गयी थी, विद्यालय के प्रिंसीपल व क्लास टीचर द्वारा प्रताड़ित किया गया तथा विद्यालय द्वारा उनके मोबाईल पर सूचना दी गयी कि आपकी लड़की की तबियत खराब हो गयी है। परिजनों के विद्यालय आने पर उनकी लड़की की लाश विद्यालय में एम्बुलेंस में मिली जिनके सम्बन्ध में उनके द्वारा विद्यालय के प्रिंसीपल व क्लास टीचर द्वारा उनकी लड़की की हत्या किये जाने के सम्बन्ध में प्रिंसीपल व क्लास टीचर पर मुकदमा पंजीकृत किया गया। जिसकी विवेचना विकास चन्द्र पाण्डेय प्रभारी निरीक्षक थाना सिधारी द्वारा की जा रही है एवं विवेचना हेतु सिधारी व महिला थाना की टीम गठित की गई है।
प्रभारी निरीक्षक विकास चन्द्र पाण्डेय व पुलिस बल द्वारा मुकदमा उपरोक्त के अभियुक्त प्रिन्सिपल सोनम मिश्रा पत्नी प्रणव मिश्रा निवासी 10/58 खत्री टोला, चौक थाना कोतवाली जनपद आजमगढ़ व अध्यापक अभिषेक राय पुत्र हरेन्द्र राय निवासी कृष्णा बिहार गली ख्वाजाहापुर थाना कोतवाली जनपद मऊ को मुखबिर की सूचना पर चिल्ड्रेन गर्ल्स कालेज हरबंशपुर के प्रिंसिपल कक्ष से सुबह गिरफ्तार किया। विवेचना के दौरान संकलित साक्ष्यों से मुकदमा उपरोक्त में धारा 306 एवं 201 भादवि के अपराध का होना पाया गया। पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को संबंधित धाराओं जेल भेज दिया।
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मैंने अपने कर्तव्यों का किया पालन: सोनम मिश्रा
आजमगढ़। चिल्ड्रेन गर्ल्स कालेज में अध्ययनरत इण्टर की छात्रा श्रेया तिवारी का तीसरी मंजिल से गिरकर हुई मौत के मामले में प्रधानाध्यापिका सोनम मिश्रा ने कहा कि मैंने अपना जाब किया अगर जाब करना गलत है तो मैं गलत हूं अन्यथा नहीं। छात्रा को किसी भी प्रकार से प्रताड़ित नहीं किया गया था छात्रा के बैग से फोन मिलने के बावत उसके परिजनों को अवगत कराया गया था। कक्षाध्यापक अभिषेक राय ने कहा कि मैं भी गार्जियन हूं मेरे भी बच्चे हैं हम बच्चों को शिक्षा देते हैं। मोबाइल मिलने के बारे में पहले पिता को फोन किया गया था जब लड़की ने मां को बुलाने की बात कही तब उसकी मां को सूचित किया गया तो उन्होने कुछ देर में आने की बात कही। इसी बीच छात्रा श्रेया द्वारा इस तरह का फैसला ले लिया गया जिसका हम सबको तनिक भी अंदेशा नहीं था।
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साक्ष्य संकलन के आधार पर होगी कार्रवाई: एसपी
आजमगढ़। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि चिल्ड्रेन कालेज में घटित घटना के संबंध में सिधारी थाने में 302 के अन्तर्गत मुकदमा पंजीकृत किया गया था। एफआईआर में दोनों नामजद अभियुक्त प्रिंसिपल सोनम मिश्रा व कक्षाध्यापक अभिषेक राय दोनों को गिरफ्तार कर न्यायलय भेजा गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सीओ सिटी के पर्यवेक्षण में विवेचना के लिए एसओ सिधारी व महिला थाना की टीम गठित की गयी थी। इनके द्वारा पूरा साक्ष्य संकलन किया गया है। इनके द्वारा साक्ष्य संकलन के दौरान सीसी टीवी कैमरा और उसके डीबीआर जब्त करते हुए अवलोकन किया गया। उन्होने बताया कि 31 जुलाई को 12 बजे के बाद छात्रा द्वारा प्रिंसिपल के कमरे में जाना बाहर आना तथा कमरे के बाहर काफी देर तक खड़े रहना और लगभग सवा एक बजे कमरे से निकलकर तेजी से सिढ़ियों के रास्ते उपर तीसरी मंजिल पर जाना प्रमाणित हुआ है। एक अन्य फुटेज में छात्रा का गिरने का फुटेज प्राप्त हुआ है जिसको विवेचना में शामिल किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभी तक की विवेचना के आधार पर धारा 306 और 201 आईपीसी अपराध में इनकी रिमाण्ड के लिए इन्हे कोर्ट भेजा जा रहा है। पुलिस की विवेचना जारी रहेगी। स्कूल के स्टाप एवं छात्राओं के बयान भी अंकित किये जायेगें। विवेचना को संकलित करते हुए गठित टीम द्वारा सम्पादित किया जायेगा। किसी भी व्यक्ति का नाम इसमें प्रकाश में आता है तो साक्ष्य व संकलन की कार्यवाही करते हुए उसकी गिरफ्तारी की जायेगी।
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साक्ष्य मिटाना अपराध-एसपी
आजमगढ़। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना स्थल का टेस्ट किया गया जिसमें यह प्रमाणित हुआ कि वहां पर ब्लड की मौजूदगी थी उस ब्लड को स्कूल के कतिपय लोगों द्वारा साफ कर दिया गया था इससे स्पष्ट होता है कि जिस जगह पानी डालकर साफ किया गया यह साक्ष्य मिटाने का अपराध है। धारा में 201 का समावेश इस विवेचना में किया गया है।
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छात्रा की मोबाइल बरामद
आजमगढ़। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि छात्रा की मोबाइल पिं्रसिपल के पास से बरामद कर लिया गया है। इस मोबाइल में जो सिम लगा है वह छात्रा के पिता की आईडी से लिया गया है। सीडीआर एनआरसीस से यह प्रमाणित होता है कि यह मोबाइल छात्रा द्वारा इस्तेमाल किया जाता था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभी तक की विवेचना में यह स्टष्ट हुआ है कि अभियुक्तो द्वारा छात्रा के पास से मोबाइल मिलने की बात को लेकर प्रोफेसनल काउसिलिंग न करते हुए अत्यन्त ही अमानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए छात्रा को मानसिक रुप से प्रताड़ित किया गया। घटना वाले दिन छात्रा को उसकी क्लास अटेंट कराने की बजाय प्रिंसिपल रुम बुलाया गया और मानसिक रुप से प्रताड़ित किया गया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार