आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जुलाई 2011 के पूर्व नियुक्त शिक्षकों को सेवा में बने रहने सहित पदोन्नति में टीईटी की अनिवार्यता समाप्त करने को लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय अध्यक्ष दिनेश चन्द्र शर्मा के निर्देश पर जनपद के प्राथमिक विद्यालयों के हजारों शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन कर जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान शिक्षकों ने काला कानून वापस करो सम्बन्धी नारे भी लगाये।
मांडलिक मंत्री अतुल कुमार सिंह ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को अव्यवहारिक बताया। उन्होंने कहा कि सेवा में आने के लगभग दो दशक बीत जाने के बाद पुनः सेवा में बने रहने सहित पदोन्नति के लिए टीईटी की परीक्षा पास करने की अनिवार्यता के निर्णय से प्रदेश ही नहीं पूरे देश का शिक्षक समाज आक्रोशित है। इस मामले में प्रधानमंत्री को अपने स्तर से हस्तक्षेप करना चाहिए।
जिलाध्यक्ष अभिमन्यु यादव ने सरकार को चेतावनी दिया कि अगर केंद्र की सरकार इस काले कानून को वापस नहीं लेती है तो हम अपने प्रदेशीय नेतृत्व के निर्देश पर प्रदेश एवं देश की राजधानी में विशाल प्रदर्शन करेंगे। धरने को माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलामंत्री विजय कुमार सिंह सहित मांडलिक पदाधिकारियों ने अपना समर्थन दिया।
इस अवसर पर कृष्ण कुमार उपाध्याय, आशुतोष सिंह, सत्यप्रिय सिंह, रघुवीर सिंह, दिनेश चन्द्र पाण्डेय, राकेश मणि त्रिपाठी, मनोज कुमार त्रिपाठी, मधु सिंह, योगेंद्र यादव, कमलेश यादव, विनोद यादव, अखिलेश चौबे, रमा कांत यादव, राकेश पाण्डेय, अरविन्द तिवारी, अश्वनी सिंह, राजेन्द्र यादव, राम प्रकाश सिंह, बृजभान यादव, राधे श्याम यादव, रंजय श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार