संजरपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। प्रदेश सरकार द्वारा ब्लॉक अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि गांव के प्राथमिक विद्यालय पर प्राथमिकता के आधार पर बाउंड्री वाल करा कर व दिव्यांगों के लिए दिव्यांग शौचालय बनाकर विद्यालय का कायाकल्प किया जाए लेकिन मिर्जापुर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय कोठियां में ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिल रहा है। शासन प्रशासन का आदेश हवा हवाई साबित हो रहा है।
उक्त विद्यालय बाउंड्रीवाल विहीन है। पशुओं का हमेशा आना जाना लगा रहता है। शाम होते ही विद्यालय में नशेड़ियों का अड्डा बन जाता है। शाम को लोग उस रास्ते से जाना उचित नहीं समझते जबकि विद्यालय का रास्ता ही 3 गांव का रास्ता है। वहीं विद्यालय के दिव्यांग बच्चे शौच के लिए बाहर जाने को मजबूर हैं। विद्यालय में ग्राम प्रधान द्वारा दिव्यांग शौचालय के नाम पर दोनों तरफ से दीवार खड़ी कर दी गई है जबकि एक तरफ की दीवाल पहले से ही उठाई गई थी। विद्यालय में जो साधारण शौचालय बनाए गए हैं उसका दरवाजा वर्षों से टूटा हुआ है। बच्चे बाहर जाने के लिए मजबूर हैं। इस संबंध में एडीओ पंचायत मिर्जापुर सुरेश प्रजापति ने कहा कि यदि दिव्यांगों के लिए शौचालय नहीं बनाया गया है तो इसकी जांच कर विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
रिपोर्ट- राहुल यादव