आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सूर्याेपासना का चार दिवसीय महापर्व डाला छठ इस बार मंगलवार से शुरू होगा। अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को गुरुवार को पहला अर्घ्य दिया जाएगा।
पर्व को लेकर नदी-सरोवरों के किनारे तैयारियां अभी से दिखने लगी हैं। घर के पुरुष सदस्य नदी, तालाब व सरोवर के किनारे बेदी बनाने में जुटे हैं। गौरीशंकर घाट की सीढ़ियों की धुलाई रविवार को शुरू हो गई। उसके बाद बेदी बनाई जाएगी। हालांकि, इस बार बारिश के दिनों में जलस्तर बढ़ने के कारण तमसा नदी के किनारे की जमीन दलदली दिख रही है। व्रती महिलाएं और श्रद्धालु कैसे खड़े होंगे, इसे लेकर लोग चिंतित हो रहे हैं। फिर भी आस्था के आगे सारी समस्याएं ऐन वक्त पर दूर होती दिखेंगी। दूसरी ओर घाटों की सफाई के लिए नगर पालिका प्रशासन ने भी अपने कर्मचारियों को उतार दिया है।
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अफजल को भी चिंता, गोदामघाट का किया निरीक्षण
आजमगढ़। छठ महापर्व को लेकर जगह-जगह घाटों पर तैयारियां शुरू हो गई हैं, तो वहीं जिला योजना समिति के सदस्य व गुरुटोला अनन्तपुरा वार्ड के सभासद मोहम्मद अफजल भी व्यवस्था को लेकर चिंता है। उन्होंने रविवार को गोदामघाट का निरीक्षण किया और नगर पालिका के अधिकारियों को निर्देश दिया कि छठ घाटों तक पहुंचने के मार्ग को पूरी तरह अवरोधमुक्त रखा जाए। साथ ही घाटों का निरीक्षण कर सारी व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसके अलावा घाटों पर स्वच्छ पेयजल, यात्री शेड, प्रकाश, शौचालय, चेंजिंग रूम व अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने को भी कहा।
रिपोर्ट-सुबास लाल