माहुल आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। मतलूबपुर ग्राम प्रधान गजाधर प्रसाद गुप्ता की हृदय गति रूकने से मौत हो गयी थी। रिक्त सीट पर उपचुनाव हुआ जिसमें सच्चिदानंद उर्फ प्रेम सागर मोदनवाल ने जीत दर्ज की। समर्थकों ने उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया। एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया।
मतलूबपुर कस्बे के ग्राम प्रधान रहे गजाधर प्रसाद गुप्ता की हृदय गति रुक जाने से मौत हो गई थी। इसके बाद इस सीट पर चुनाव के लिए जोड़-तोड़ की सियासत शुरू हो गई थी। आखिरकार चुनाव का बिगुल बजा और चार प्रत्याशियों ने ग्राम प्रधान के लिए अपने भाग्य को आजमाया जिसमें दिवंगत प्रधान रहे गजाधर गुप्ता की पत्नी भामा देवी ने भी अपनी किस्मत आजमाया लेकिन जनता का उन्हें सहानुभूति नहीं मिला। उन्हें 241 मत ही मिले। वहीं पहले नंबर पर रहे सच्चिदानंद उर्फ प्रेम सागर मोदनवाल को 504 मत मिले। प्रेम सागर मोदनवाल 28 साल की उम्र में ही मतलूबपुर कस्बे के ग्राम प्रधान बन गए। उनके निर्वाचित होते ही कस्बे में ढोल नगाड़े अबीर गुलाल और पटाखे छूटने लगे। भारी समर्थकों के साथ प्रेम सागर मोदनवाल आरो संजय सिंह, एआरो वीर बहादुर यादव, एडियो पंचायत अमरजीत सिंह से निर्वाचित ग्राम प्रधान का प्रमाण पत्र प्राप्त किया। इस मौके पर विवेक मोदनवाल, नितिन मोदनवाल, जयप्रकाश जायसवाल, मिंटू जायसवाल, प्रभुदीन यादव, रणविजय यादव, सोनू यादव, सिंटू जायसवाल, दीपक मोदनवाल, धर्मेंद्र मोदनवाल आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-श्यामसिंह