बूढ़नपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतरौलिया पर प्रसूता महिलाओं को सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं को अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा नहीं दी जा रही है। पीड़ितों का आरोप है कि कहने के लिए सरकारी अस्पताल है लेकिन यहां पर जिस तरह की पैसे की वसूली और डिमांड की जाती है इससे पता चलता है कि यह सरकारी अस्पताल नहीं कोई प्राइवेट अस्पताल है। यहां नार्मल डिलीवरी में भी हजारों रुपए खर्च हो जाते हैं। वहीं बात करें तो मेनू के हिसाब से भोजन न देने का आरोप लगा है।
मीडिया की टीम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतरौलिया पर पहुंची और पड़ताल की इस दौरान पता चला कि मेनू के हिसाब से प्रसूता महिलाओं को भोजन नहीं दिया जा रहा है। सुबह नाश्ते में प्रसूता महिलाओं को ब्रेड और चाय दी जा रही है। जबकि दोपहर में महिलाओं को सिर्फ दाल और रोटी दी जा रही है। ऐसे में क्षेत्र के लोगों और प्रसूता महिलाओं के परिजनों में भारी आक्रोश है। प्रसूता महिलाओं के परिजनों का कहना है कि अस्पताल के अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा सरकारी धन का बंदरबांट किया जा रहा है। वही इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक डा.सलाउद्दीन खान ने बताया कि मेरे पास ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। आप लोगों ने जानकारी दी है जिसको हम गंभीरता से लेकर रोजाना जो भोजन दिया जा रहा है उसका फोटो मंगवाएंगे। यदि कहीं भी लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। इस संबंध में जब प्रेरणा कैंटीन चलने वाली महिला संध्या गौड़ ने बताया कि पिछले कई महीनांे से हमारा भुगतान नहीं हुआ है जिसकी वजह से हमें समस्या हो रही है। जैसे ही हमारा भुगतान हो जाएगा तो पुनः सारी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चलने लगेंगी।
रिपोर्ट-अरविन्द सिंह