आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जहानागंज पुलिस ने हत्या के मामले में आरोपित को गिरफ्तार करने के साथ पूरे घटनाक्रम का राजफाश कर दिया। पूछताछ में पता चला कि प्रधानी के चुनाव की रंजिश में नेत्र दिव्यांग प्रधान की हत्या की गई थी। पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त एक कुल्हाड़ी भी बरामद की है।
इस मामले में 23 अक्टूबर को जहानागंज थाने में बालरूप चौहान निवासी मुरारपुर खरका ने तहरीर दी थी कि प्रतिवादियों द्वारा दोनों नेत्रों से दिव्यांग भाई हरिश्चन्द्र चौहान की शौच के समय सिर पर प्रहार कर किया गया। खोजने पर बेहोशी की हालत में मिले तो उनके सिर से खून निकल रहा था। धारदार हथियार के चोट के निशान भी मिले। उनको इलाज के लिए वेदान्ता में भर्ती कराया, जहां मौत हो गई। पुलिस ने संदिग्ध के तौर पर कृष्णानन्द, आदित्य चौहान उर्फ पंकज, आनन्द चौहान, अंगद चौहान के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना शुरू की। शनिवार को प्रभारी निरीक्षक/विवेचक कृष्ण कुमार गुप्ता ने टीम के साथ कृष्णानंद चौहान को तिराहे मोड़ के पास से समय शाम को गिरफ्तार कर चालान कर दिया। पूछताछ में उसने बताया कि प्रधानी के चुनाव के बाद हरिश्चन्द्र चौहान ने छोटे भाई पंकज उर्फ आदित्य चौहान को अपने ट्यूबवेल के पास कई बार मारा था और उसका गला तक दबा दिया था। उस समय तो मेरे मम्मी पापा की वजह से मामला रफा-दफा हो गया, लेकिन हरिश्चंद्र चौहान के प्रति मेरे अंदर गुस्सा उसी समय से था। पहले तो कई बार सोचा था कि हरिश्चंद्र के लड़के नागेंद्र को ही जमकर मरवा-पिटवा दें, लेकिन वह बच निकला। प्रधानी के चुनाव में भी हरिश्चंद्र चौहान अपने ओझाई सोखाई करने के चलते काफी लोगों की भीड़ इकठ्ठा कर मेरे समर्थित प्रधान प्रत्याशी को हरवा दिया और इसके बाद मुझे जहां मिलता था और जान जाता था कि हम खड़े हैं तो हरिश्चंद्र तुरंत गाली धमकी आए दिन देता रहता था। घटना वाले दिन औसतपुर स्थित दुकान से एक छोटी सी कुल्हाड़ी लेकर चले और बाइक सिवान में खड़ी कर दिया। जहां हरिशंद्र शौच के लिए बैठे थे, वहां पहुंचकर पीछे से कुल्हाड़ी से सिर पर मार दिया और भाग गया।
रिपोर्ट-सुबास लाल