पुलिस हिस्ट्रीशीटरों पर नहीं कर रही कार्रवाई: माधव

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आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। भाजपा सरकार में जहां अपराधी सरकार से खौफ खा कर प्रदेश से बाहर भाग रहे हैं या जेल में समर्पण कर रहे हैं लेकिन वहीं जनपद मऊ के मुहम्मदाबाद गोहना के भदीड़ के कुछ अपराधियों का आतंक इस कदर है जिससे लोगों में भय ब्याप्त हैे। उक्त बाते नि. प्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ/सदस्य राष्ट्रीय कार्यसमिति व बिहार के सह प्रदेश प्रभारी भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा माधव कृष्ण त्रिपाठी ने प्रेस वार्ता के दारौन कही।
पत्र प्रतिनिधियों में वार्ता में उन्होने बताया कि मेरे गृह जनपद के भदीड़ में कुछ लोगों का आंतक बना हुआ जिनको एक स्थानीय निवासी पुलिस अधिकारी व उनके परिवार का संरक्षण प्राप्त है जिसके कारण उन अपराधियों के खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। माधव त्रिपाठी ने बताया कि कुछ माह पूर्व मेरे ऊपर प्राण घातक हमला उनके भतीजों द्वारा किया गया था और मुझे ही फर्जी तरिके से एससीएसटी एक्ट में फसाने की कोशिश की गयी थी। जिसकी सूचना मेरे द्वारा स्थानीय पुलिस को दी गयी लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी। उन्होने बताया कि उन अपराधियों द्वारा सरकारी जमीन व ताल, गरीबो की जमीन को कब्जा करना अवैध शराब का कारोबार करना उनका धंधा हो गया है। समाज तथा क्षेत्र में उपरोक्त भूमाफियों एवं दबंग किस्म के अभियुक्तों का आतंक व्याप्त है इन अपराधियों का इस कदर आतंक है कि इनके खिलाफ गांव का कोई भी व्यक्ति आवाज नहीं उठा पाता। इन अपराधियों से समाज में भय बना हुआ हैा इसके बाद भी पुलिस द्वारा गुण्डा एक्ट/गैगेस्टर की कार्यवाही नही की गयी। उन्होने बताया कि दो माह पूर्व 11 अक्टूबर को तीसरी बार मेरे उपर कृष्णानन्द सिंह, दो और अपराधियों के द्वारा रात में मेरे घर पर जान लेवा हमला किया गया जिसकी सूचना मेरे द्वारा पुलिस को दी गयी पुलिस द्वारा 0342/ 2023 मुकदमा पंजीकृत किया गया लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी। उन्होने कहा कि यदि निष्पक्ष जांच की गयी तो स्थानीय निवासी पुलिस अधिकारी के परिवार के द्वारा ही इन अपराधियों की संलिप्तता पायी जायेगी। यदि प्रशासन समय रहते अपराधियों पर कठोर कार्रवाई नहीं किया तो मेरी जान जा सकती है। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी। जिसकी सूचना मेरे द्वारा रजिस्टर्ड डाक द्वारा मुख्यमंत्री व उच्च अधिकारियों को दे दी गयी है।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार

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