फूलपुर (सृष्टिमीडिया)। विगत जून माह में फूलपुर तहसील क्षेत्र के पवई गांव में नाला और तालाब की जमीन पर अवैध निर्माण के दौरान एसओ पवई प्रदीप मिश्रा फोन पर किसी से 2 कर देने की बात कह रहे हैं। इस फौरन 2 ना करने पर सहयोग नहीं करने की धमकी भी दे रहे हैं। लगभग 4 महीने पहले हुई डिमांड म आडियो तेजी से वायरल हो रहा है। लोगों में तेजी से चर्चा चल रही है कि क्या एसओ पवई 2 लाख में गांव के नाला और पोखरे की जमीन कब्जा करा दिए।
बताते चले कि ग्राम पंचायत पवई के गाटा संख्या 288 में मंदिर बना हुआ है। इसी मंदिर के पास ग्रामीणों द्वारा शिवलिंग की स्थापना की गई थी। इसी के बगल में गाटा संख्या 290 भी स्थित है जिसमें बगल से नाला है और नवीन परती व तालाब में स्थित हैं। जल्दीपुर गांव निवासी गुफरान पुत्र अमीरूल्लाह एक भूमाफिया किस्म का व्यक्ति है। गाटा संख्या 290 में से कुछ जमीन शमशाद हुसैन पुत्र सरदार हुसैन निवासी पवई द्वारा गुफरान पुत्र अमीरूल्लाह को विक्रय की गई है। शमशाद हुसैन का कब्जा घाटा संख्या 288 के बगल में नहीं था। इनका कब्जा मंदिर के घाटा संख्या 288 से करीब 500 मीटर दूरी पर गाटा संख्या 290 में है। शमशाद हुसैन द्वारा उक्त चौहद्दी मंदिर के करीब जो गाटा संख्या 290 का भाग है चौहद्दी गलत तरीके से भी है। जो चक में आबादी व नाला जिसमें ग्राम पवई की आबादी का पानी व नहर का पानी भी आता है। जिससे ग्रामीण खेती करने में उस पानी का उपयोग करते हैं। अवैध निर्माण कर उसका भी मार्ग अवरुद्ध कर दिया गया है। गुफरान पुत्र अमीरूल्लाह निवासी जल्दीपुर भू माफिया किस्म का व्यक्ति है मंदिर के बगल में शिवलिंग की मूर्ति थी। जिसमें ग्राम वासी पूजा किया करते थे। उसको भी जेसीबी से खुदवा कर अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है। मना करने पर गाली गलौज और जान से मारने की धमकी देता है। जिसकी सूचना थाना पवई को दिया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई इसके बाद ग्रामीणों द्वारा फूलपुर उप जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र के माध्यम से सूचना दी गयी। लेकिन उपजिलाधिकारी द्वारा भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। ग्रामीणों ने बताया कि गुफरान द्वारा पीडब्लूडी की जमीन पर भी कब्जा किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह आडियो एसओ पवई प्रदीप कुमार और पवई निवासी गुफरान के बीच हुई डील का है। आडियो में एसओ साफ कह रहे हैं कि मेरे ऊपर काफी दबाव है। लखनऊ तक कौन जबाब देगा। जो मैंने कहा था वह 2 कर दो वरना मैं अब नहीं देख पाऊंगा। व्हाट्सएप पर काल करो। अब यह समझ में नहीं आ रहा है कि एसओ पवई वह कौन सी बात थी जो फोन पर नहीं कह पा रहे थे। उस बात को कहने के लिए उन्हें व्हाट्सएप काल का सहारा लेना पड़ा।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय