रानीकीसराय आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय कस्बे के हनुमानगढी पर ब्रिटिश शासन से चली आ रही नागपंचमी के दिन कुश्ती आयोजन की परंपरा न होने से लोग मायूस रहे। नागपंचमी के दिन ब्रिटिश शासन से ही कुश्ती होती रही है। क्षेत्र के पहलवानों के साथ गैर प्रांत के भी पहलवान आते थे। दोपहर होते ही दस किमी की दूरी के लोग जमा हो जाते थे क्योंकि इस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता था। इस बार आयोजन न होने से नागरिक मायूस दिखे। ब्रिटिश शासन में नागपंचमी के दिन कुश्ती के दौरान गोरे सैनिक द्वारा चलाई गई गोली को आज भी लोग याद करते हैं।
रिपोर्ट-प्रदीप वर्मा