आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। राज्य सरकार ने एक अप्रैल 2005 से पुरानी पेंशन योजना समाप्त करके उसके स्थान पर नई पेंशन योजना एनपीएस लागू किया है और ऐसा करके सरकार ने कर्मचारियों और शिक्षकों से उनका वृद्धावस्था का संबल छीन लिया जो अन्याय पूर्ण है। नवीन पेंशन योजना वास्तव में पेंशन है ही नहीं। उक्त बातें उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ आजमगढ़ के जिलाध्यक्ष बृजेश राय ने शनिवार को प्रदेशीय नेतृत्व के आवाहन पर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर आयोजित विशाल धरने को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षक संघ अपनी 16 सूत्री मांगों को लेकर वर्षों से आंदोलित है किंतु सरकार हमारी पुरानी पेंशन योजना की बहाली निशुल्क चिकित्सा सुविधा वित्तविहीन विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के लिए समान कार्य के लिए समान वेतन तदर्थ शिक्षकों का विनियमितीकरण एक अप्रैल 2005 के पूर्व विज्ञापित पदों पर चयनित शिक्षकों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ जैसी महत्वपूर्ण और न्याय संगत मांगों को भी सरकार अपनी मनमानी रवैया के कारण टालती जा रही है जो पूरे शिक्षक समुदाय के साथ घोर अन्याय है। धरने को जिला मंत्री विजय कुमार सिंह, मंडलीय मंत्री मुन्नू यादव, पूर्व महामंत्री इंद्रासन सिंह, ध्रुवमित्र शास्त्री, दिवाकर तिवारी, पूर्व जिलाध्यक्ष कमलेश राय, प्रभाकर राय, परशुराम यादव, संतोष कुमार, सर्वेश्वर पांडेय, प्रदीप यादव, सुनील यादव, दिवाकर राम आदि ने भी संबोधित किया। धरने की समाप्ति पर 16 सूत्री मांगों से संबंधित ज्ञापन जिला विद्यालय निरीक्षक के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित किया गया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार