गोसाई की बाजार आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। पंचायत सहायको ने अपने-अपने कार्यों का बहिष्कार करके विकास खंड कार्यालय परिसर में जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया।
पंचायत सहायकों का कहना था कि सरकार ने लेखपालों के कार्य को हम पंचायत सहायकों के जिम्मे लगाकर हम लोगों के साथ शोषण करने का कार्य किया है। काफ़ी संख्या मंे महिलाएं पंचायत सहायक के रूप में कार्यरत हैं। 6000 रुपये के अल्प मानदेय में पूर्व मंे हमसे आयुष्मान कार्ड जैसे कार्य कराया गया लेकिन उसका हम लोगो को कोई अलग से कुछ नहीं दिया गया। हमारे पास न ही कोई बीमा है और न हम सरकारी कर्मचारी हैं। महिला पंचायत सहायकों को सर्वे करने में काफ़ी असुबिधा हो रही है।
आरोप लगाया कि चुनाव में महीना भर जिलों पर ड्यूटी करवाया गया लेकिन एक भी रुपए उसका अलग से भुगतान या मानदेय नहीं दिया गया। अकुशल श्रमिकों का मानदेय जो एक दिन का नरेगा मजदूरी के मानदेय 253 रुपए हैं और पंचायत सहायकों का एक दिन का मानदेय कम से कम 200 आ रहा है। कार्य के लिए उच्च अधिकारियों द्वारा प्रेशर बनाया जाता है लेकिन मानदेय के लिए नहीं। कई पंचायत सहायकों का 10-10 माह से ऊपर का मानदेय रुका हुआ है।
इस अवसर पर अध्यक्ष समर यादव, महामंत्री शुभम श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष गौरव सिंह, धर्मेंद्र यादव, मनीष कुमार, संदीप यादव, नीलम यादव, अलका चौहान, खुशबू, सरिता, पूनम, रहमत खान व समस्त पंचायत सहायक उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-मिर्जा तारिक बेग