आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। शिक्षकों को परतंत्रता की जिंदगी से आजाद कराकर शून्य से शिखर तक की उपलब्धियां शिक्षक मसीहा पंचानन राय के संघर्षों की देन है। इसके चलते हर शिक्षक की आत्मा में पंचानन की याद बसती है। यह बातें शिक्षक विधायक ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने गुरुवार को हरिऔध नगर में आयोजित पंचानन राय की 17वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जब प्रबंधकों द्वारा शिक्षकों का खुलेआम शोषण किया जा रहा था और शिक्षक खुद को असहज महसूस कर रहे थे, उस समय शिक्षकों में जागरूकता पैदा करके संगठन के नेतृत्व में संघर्षों की बदौलत शिक्षक नेता पंचानन राय ने शिक्षकों को उन सभी उपलब्धियां को अर्जित कराया, जिसकी कल्पना भी शिक्षक नहीं करते थे। शून्य से शिखर तक की जो भी उपलब्धियां हैं वह उन्हीं के संघर्षों की देन है। संगठन के जिला अध्यक्ष बृजेश राय ने कहा कि शिक्षक हित में आजीवन संघर्ष करने वाले राय साहब का शिक्षक समाज सर्वदा ऋणी रहेगा। उनकी स्मृतियां उनके संघर्षों की गाथाएं चट्टान की तरह शिक्षक हितों के लिए अडिग होकर खड़े रहना शिक्षक संगठन के लिए सदैव प्रेरणा स्त्रोत रहेगा। जिला मंत्री विजय कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षक संगठन हर समस्याओं के विरुद्ध उनके दिखाए गए रास्ते पर चलकर संघर्ष करता रहेगा। उनका संघर्षमय जीवन हम सबके लिए प्रेरणास्रोत है। उनके द्वारा अर्जित कराई गई उपलब्धियों की रक्षा करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस अवसर पर इंद्रासन सिंह, मंडल अध्यक्ष कमलेश राय, प्रभाकर राय, दिवाकर तिवारी, ध्रुव मित्र शास्त्री, अवधेश त्रिपाठी, सर्वेश्वर पांडेय, प्रदीप यादव, परशुराम यादव, राजेश भारती, सुनील यादव, संतोष कुमार आदि ने अपने प्रिय नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की। अंत में पंचानन राय की इकलौती बेटी विनीत राय ने आभार जताया। अध्यक्षता ब्रृजेश राय तथा संचालन विजय सिंह ने किया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार