अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जौनपुर व प्रतापगढ़ में पत्रकार की निर्मम हत्या हो जाने और पकड़े गए आरोपी के पुलिस कस्टडी से ही भाग जाने को लेकर पत्रकारों ने एकजुट होकर हत्या की घोर निंदा करते हुए पुलिसिया कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया।
बूढ़नपुर तहसील के कई पत्रकार संगठनों ने संयुक्त रूप से राज्यपाल को संबोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। मृतक पत्रकारों के परिजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजा, परिवार को सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ पत्रकार हत्या में शामिल आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करने की मांग की। आइडियल पत्रकार संगठन के प्रदेश महासचिव प्रवीन मद्धेशिया ने कहा कि पत्रकारों पर हमला होना एक तरह से लोकतंत्र पर हमला है। पत्रकारों की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होती है, अगर इस तरह का माहौल रहा तो पत्रकारिता करना कठिन हो जाएगा।
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के तहसील अध्यक्ष अखिलेश चौबे ने कहा कि पत्रकारों पर हमले की प्रवृत्ति में इस समय बड़ा इजाफा हुआ है जो एक चिंता का विषय है। पत्रकार हित को ध्यान में रखकर शासन प्रशासन पत्रकारों को सुरक्षा मुहैया काराये। आइडियल जर्नलिस्ट एसोसिएशन के तहसील अध्यक्ष आशीष कुमार पांडेय ने कहा कि आएदिन पत्रकारों पर हो रहे हमले को लेकर पत्रकार समाज चिंतित है। पत्रकारों पर हो रहे उत्पीड़न और हत्या को रोका जाय। इस मौके पर प्रवीण मद्धेशिया, राजेश सिंह, आशीष निषाद, संतोष सिंह, अरविंद सिंह, देवानंद गिरी, दीपक सिंह, अखिलेश चौबे, रूपेश चंद तिवारी, आलोक मिश्रा, अजय प्रकाश यादव, आकाश मोदनवाल, चंद्रेश कुमार, गिरिजेश वर्मा, राजू कुमार आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-आशीष निषाद