दीवानी न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत में 35,929 मामले आए सामने
मऊ (सृष्टि मीडिया)। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में शनिवार को दीवानी न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन का किया गया। इसमें विभिन्न विभागों के कुल 35,929 मामलों का निस्तारण करते हुए 1227955 रुपए का जुर्माना जमा कराया गया। वहीं, कुल 14330252 रुपये का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी जारी हुआ। जनपद न्यायाधीश द्वारा 15 मामलों का निस्तारण किया गया। न्यायालय मोटर दुर्घटना दावा में कुल 37 मामलों का निस्तरण किया गया, जिसमें लगभग 1 करोड़ 73 लाख की क्षतिपूर्ति पीड़ितों को दिलाई गई। प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय ने कुल 28 मामलों का निस्तारण किया गया।
54 परिवारिक मामलों का निस्तारण
जानकारी के अनुसार, परिवार न्यायालय प्रथम एवं परिवार न्यायालय द्वितीय द्वारा कुल 54 परिवारिक मामलों का निस्तारण किया गया। अपर जनपद न्यायाधीश प्रथम ने विद्युत सम्बन्धी 251 मामलों का निस्तारण किया। पाक्सो कोर्ट द्वारा 18 मामलों का निस्तारण करते हुए 8 हजार रुपए का अर्थदण्ड जमा कराया गया। वहीं, अपर जनपद न्यायाधीश एफटीसी प्रथम ने 2 मामलों का निस्तारण किया। न्यायालय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 1093 मामलों का निस्तारण करते हुए लगभग 2 लाख 39 हजार रुपए का अर्थदण्ड जमा कराया गया। वहीं, सिविल जज सीनियर डिविजन ने 15 मामलों का निस्तारण करते हुए लगभग 1 करोड़ 45 लाख रुपए का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया। वहीं, फौजदारी के 529 मामलों का निस्तारण करते हुए 2 लाख 51 हजार रुपए का अर्थदण्ड जमा कराया। न्यायालय न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 1011 मामलों का निस्तारण किया गया जिसमें 4 लाख 43 हजार रुपया जुर्माना जमा कराया गया। न्यायालय सिविल जज जू.डि. एफ.टी.सी. महिला अपराध द्वारा 3 मामलों का निस्तारण किया गया।
शांतिपूर्ण हुआ समापन
राष्ट्रीय लोक अदालत के दौरान बैंको द्वारा 1283 मामलों का निस्तारण किया गया जिसमें 7 करोड़ 56 लाख 51 हजार बकाया राशि जमा कराया गया। राजस्व न्यायालय द्वारा 30502 मामलों का निस्तारण राष्ट्रीय लोक अदालत के दौरान किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अभिनय कुमार मिश्रा ने बताया कि दीवानी न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें 35929 मामलों का निस्तारण किया गया। न्यायालय परिसर में सभी विभागों द्वारा अपने स्टाल लगाए गए थे। राष्ट्रीय लोक अदालत का समापन शांतिपूर्ण ढंग से किया गया।