संजरपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। शहीदाने कर्बला के चेहल्लुम का मरकज़ी व तारीखी जुलूस बुधवार को चौक स्थित इमामबारगाह तस्कीने ज़ैनब से मजलिस के बाद ताबूत, अलम, ताज़िया व ज़ुलजनाह के साथ निकला जो अपने कदीम रास्तों से होता हुआ खरेवां स्थित सदर इमामबाड़ा पहुंचा जहां पर कर्बला के 72 शहीदों का ताबूत क्रमवार बरामद हुआ। सैय्यद ज़ीशान अली निज़ामाबादी ने उन पर होने वाली ज़ुल्म व दर्दनाक शहादत को बयान किया तो अज़ादारों की आंखों से आंसू निकल पड़े।
शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अली ज़ैदी ने कहा हालात ऐसे बन गए हैं कि मुखालिफ ताकतें हमारे पीछे पड़ी हुई हैं ऐसे में हमे बिना भेदभाव के एक होने की ज़रूरत है। जब हमारा रहनुमा रहेगा तो हम मजबूत रहेंगे। मौलाना शारिब अब्बास ने कहा कि इंसान इमाम हुसैन की ज़िन्दगी और उनकी तालीमात को सामने रखकर हक व बातिल के बीच फर्क कर सकता है हज़रत इमाम हुसैन यज़ीद जैसे ज़ालिम हाकिम के सामने अपना सर नहीं झुकाया और उन्होने इंसानियत को ज़ुल्म से बचाने के लिए अपना सब कुछ क़ुर्बान कर दिया।
मौलाना नदीम रज़ा फैज़ाबादी ने कहा कि इमाम हुसैन की अज़ादारी हमे यह पैग़ाम देती है कि इंसान नेक अमल अंजाम दे और खुद को गुनाहों से बचाये और समाज में आपसी भाईचारा और एकता को बनाये रखे।
इस मौके पर मौलाना फ़ज़ल अब्बास रिज़वी, अंजुमन हैदरी जम्मू-कश्मीर, अंजुमन हुसैनिया लोरपुर अंबेडकर नगर, अंजुमन अंसारे हुसैनी बनारस, अंजुमन मज़लूमिया जौनपुर, अंजुमन जाफ़रिया कोपागंज ने नौहा मातम करके खेराजे अक़ीदत पेश किया। संचालन सागर आज़मी व मोहम्मद हुसैन सरायमीरी ने किया। अंत में शिया कमेटी के अध्यक्ष क़ायम रज़ा ने सभी का आभार प्रकट किया।
फूलपुर प्रतिनिधि के अनुसार अंबारी में चेहल्लुम का जुलूस अकीदत के साथ निकाला गया। इस दौरान अंजुमनों द्वारा किए गए या अली मौला के मातम से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। जुलूस का आगाज मरहूम सैय्यद अमीर हसन के इमाम बारगाह से हुआ। इस दौरान मौलाना सैयद अबुल हसन, मौलाना सैयद आरजू हुसैन, मौलाना सैयद कमर अब्बास, मौलाना नजफ ज़ैदी, मौलाना सैयद सिब्ते मुर्तुजा ने मजलिस को खिताब किया। इस अवसर पर नबी हसन, मो.यासीन, मुसैईयब, रिजई, आफताब, तस्लीम हैदर आदि उपस्थित थे।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय/राहुल यादव