अतरौलिया/माहुल आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। चेहल्लुम के जुलूस के दौरान अतरौलिया और माहुल क्षेत्र या हुसैन की सदाओं से गूंजता रहा। अतरौलिया नगर में जामा मस्जिद से शुरू हुआ चेहलुम का जुलूस पूरे नगर में भ्रमण करते हुए थाना परिसर में बने कर्बला पर जाकर समाप्त हुआ। मुस्लिम बंधुओं के साथ हिंदू बंधुओं ने भी ताजिए को कंधा देकर भाईचारगी का संदेश दिया। जुलूस के पीछे मुस्लिम महिलाएं गमनीय माहौल में या हुसैन को याद कर रही थीं। इस दौरान सुरक्षा के लिहाज से जगह-जगह पुलिस तैनात की गई थी। उपजिलाधिकारी राजकुमार बैठा, अतरौलिया प्रभारी निरीक्षक वीरेन्द्र कुमार सिंह लगातार भ्रमण कर रहे थे। वहीं नगर पंचायत अतरौलिया में सड़कों को क्रॉस किए तारों को हटाने की गई थी।
माहुल नगर और आसपास के शिया बाहुल्य गावों में चेहल्लुम मनाई गई। मुस्लिम समुदाय के घरों में कुरानख्वानी की गई और अकीदतमंदों ने इबादत और मातम किया। जानकारों ने बताया कि हजरत इमाम हुसैन की कुर्बानी न सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के इंसानियत के लिए थी। इस अवसर पर लोगो ने रोजा रख कर पूरी दुनिया की इंसानियत की सलामती की दुआ की और फातिहा पढ़ा। वहीं माहुल और रसूलपुर के इमामबाड़े पर ताजिया रखा गया। लोगांे ने ढोल नगाड़े के साथ कलाबाजियां और मातम करते हुए ताजिया दफन किया।
इस अवसर पर सैफ अब्बास रिजवी, हैदर अब्बास, कौसर हुसैन, रिजवान आदि रहे।
रिपोर्ट-आशीष निषाद/श्यामसिंह