लूट की घटना में शामिल हैं अभियुक्त
आजमगढ़ (सृष्टि मीडिया)। मेहनाजपुर थाना पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान लूट की घटना में शामिल अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस मुठभेड़ में अभियुक्त के दाहिने पैर में गोली लगी जिसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मुखबिर की सूचना पर मिली सफलता
बुधवार की देर शाम मेहनाजपुर थाना धर्मेन्द्र कुमार सिंह हमराहियों के साथ चेकिग कर रहे थे उसी दौरान भादो मोड से आ रही मोटर साइकिल को रोकने का प्रयास किये लेकिन मोटरसाइकल सवार पीछे मुड कर भागने लगे। पुलिस ने तत्परता से दो व्यक्तियो को गिरफ्तार लिया तथा तीसरा व्यक्ति भागने मे सफल रहा। पकड़े गए व्यक्तियो से पुलिस ने पूछताछ की तो एक ने अपना नाम रोशनलाल तथा दूसरे ने अपना नाम रितिक कुमार बताया। पुलिस ने उनके पास से बरदह थाना से संबंधित लूटी गई मोटर साइकिल बरामद किया तथा अभियुक्तगणो के कब्जे से दो अवैध तमंचे बरामद हुए। पुलिस फरार तीसरे अभियुक्त की तलाश में जुट गयी। मुखबिर की सूचना पर तीसरे फरार अपराधी की तालाश में थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार सिह मय हमराहियों द्वारा बर्रा तिराहे से मकान पर दबिश दी गयी। उसी दौरान अभियुक्त भागते हुए जान से मारने की नीयत से पुलिस बल पर फायर करने लगा। आत्मरक्षार्थ थानाध्यक्ष बरदह द्वारा अपनी सरकारी पिस्टल से फायर किया गया जो बदमाश के दाहिने पैर में लगा व बदमाश नीचे गिर गया। बदमाश को आवश्यक बल का प्रयोग करते हुए बर्रा तिराहा के पास खेत में पकड़ लिया गया। पुलिस की पूछताछ में पकड़े गये व्यक्ति ने अपना नाम संदीप कुमार पुत्र रामदुलार निवासी गंगवल थाना मेहनाजपुर बताया। पुलिस ने उसके पास से लूटी गई मोटरसाइकल सुपर स्प्लेंडर, एक नीले रंग की एन्ड्राइड मोबाईल, तीन तमंचे 315 बोर, सात खोखे, चार जिंदा कारतूस बरामद किया।
रेकी करने के लिए निकले अभियुक्त चढ़े पुलिस के हत्थे
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि तीन दिन पहले अपने साथियो रोशनलाल, रितिक कुमार के साथ मिलकर जिवली देवगांव रोड पर शाम को एक ब्यक्ति से मोटर साइकिल व मोबाइल छीने थे आज हम तीनों लोग उसी लूटी गयी मोटर साइकिल से किसी बड़े काम के लिए रेकी कर रहे थे कि शाम को पुलिस द्वारा हमारे दोनो साथियो को चेकिग के दौरान मोटर साइकिल सहित पकड़ लिया गया और मै मौके से खेत की फसलो मे छिपते छिपाते फरार हो गया था
सूनसान रास्ते पर देते थे घटना को अंजाम
पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वे गिरोह बनाकर दिन में भ्रमण कर रेकी करते थे। जब उन्हे पता चलता था कि व्यक्ति अकेला व उसके पास पैसा है तो ये सूनसान रास्ते पर असलहा सटा कर लूट, छिनैती जैसी घटनाओं को कारित करते थे।
रिपोर्ट : प्रमोद यादव