आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली पर भेदभाव पूूर्ण व्यवहार का आरोप लगाते हुए कृषि विज्ञान केंद्रों के अधिकारी व कर्मचारी गुरुवार को कलमबंद हड़ताल पर रहे। कृषि विज्ञान केंद्र लेदौरा के अध्यक्ष डा. एलसी वर्मा ने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र एवं एक्रिप के नेशनल फोरम के आह्वान पर उप्र कृषि विज्ञान केंद्र कार्मिक कल्याण एसोसिएसन के पूर्ण समर्थन के साथ पूरे देश में कृषि वैज्ञानिकों की कलमबंद हड़ताल रही।
उप्र कृषि विज्ञान केंद्र कार्मिक कल्याण एसोसिएसन की ओर से डा. आरएस परोदा की उच्चाधिकार समिति की सिफारिशों को लागू करने, समान मैनडेट समान कार्य के आधार पर समान वेतन एवं भत्ते प्रदान करने, सेवानिवृत्तिक लाभ जैसे पेंशन, यूपीएस, एनपीएस., ग्रेच्युटी, चिकित्सा भत्ता आदि सुविधाएं प्रदान करने, सभी एसएमएस को वैज्ञानिक, सहायक प्रोफेसर पुनः पदनामित करने, डा. सुनीता शर्मा, निदेशक (कृषि प्रसार), भाकृअनुप के दिनांक 20 अगस्त 2024 एवं 6 नवंबर .2024 के पत्रों को निरस्त करने आदि की मांग की गई है। बताया कि मांगों के लेकर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक एवं कर्मचारीगण विगत दो वर्षों के ज्यादा समय से अनुरोध करते आ रहे हैं। कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिक एवं कर्मचारीगण एक दिन की सांकेतिक हडताल करके केन्द्रीय मंत्री (कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय) व प्रधान मंत्री का ध्यान आकर्षित कराना चाहा है।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार