आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। डाला छठ पर्व पर रविवार को नदी, सरोवर व तलाबों पर व्रती महिलाओं की भारी भीड़ रही। दोपहर बाद से ही महिला व पुरुषों का घाटों पर जाने का सिलसिला शुरु हो गया था। शहर से लेकर गांव तक डाला छठ पर्व की धूम रही। व्रती महिलाओं ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर सुख समृद्धि की कामना की।
डाला छठ पर्व पर दोपहर बाद से ही लोग अपने सर पर दौरी लेकर घाटों पर जाने लगे थे। बहुत सी व्रती महिलाएं जो मन्नते मांगी थी या जिनकी मन्नते पूरी हो गयी थी वह महिलाएं जमीन पर लेट कर घाटों तक गयी। बहुत सी व्रती महिलाएं गाजे बाजे के साथ घाटों पर पहुंच कर पूजा अर्चना की। शहर के कई स्थानों छठ माता व भगवान सूर्य की प्रतिमा स्थापित की गयी थी। शहर के कदम्ब घाट पर महिला व पुरुषों की भारी भीड़ रही। इसके साथ ही गौरीशंकर घाट, भोला घाट, सिधारी घाट, नरौली, हरबंशपुर, मोहटी घाट, राजघाट व ग्रामीण क्षेत्रों में तालाबों के किनारे व्रती महिलाओं ने पहुंच कर सूर्य की अराधना की। डाला छठ पर्व पर पहुंत से स्थानों पर मेले का आयोजन किया गया था। जहां तरह-तरह के खिलौने व पकवान की दुकानें सजायी गयी थी।
फूलपुर प्रतिनिधि के अनुसार व्रती महिलाओं ने भगवान भाष्कर की अस्ताचल तक प्रतीक्षा कर अर्घ्य दें आधा व्रत पूरा किया। तीनों स्थानों पर भगवान भाष्कर की प्रतिमा लगाई गई। 108 बेदी नागा बाबा सरोवर पर, 165 बेदी पिपरहवा घाट पर, सोनकर बस्ती में 65 बेदी बनायी गयी थी। एसडीएम ज्ञानचंद गुप्ता ने हर पूजा स्थानों का जायजा लिया। कोतवाली प्रभारी अनिल सिंह पूरे क्षेत्र का चक्रमण करते रहे। पूजा स्थानों पर पुलिस व महिला पुलिस तैनात रही। इस अवसर पर राजेश मोदनवाल, श्याम जी मोदनवाल, अंशुमान जायसवाल, रजनीश कुमार, रामाशीष बरनवाल, मुकेश मौर्य, ओंकार नाथ, विष्णु, अखिलेश सोनकर, घूरे सोनकर, पारस, बृजेश यादव, शैलेन्द्र प्रजापति आदि उपस्थित थे।
रानीकीसराय प्रतिनिधि के अनुसार छठ पर्व पर कस्बे के रानी पोखरे में आपात काल के लिए पहले से वालेंटियर पानी में रहकर नजर रख रहे थे। सेवा भाव वाले चाय, चाउमीन, हलवा के साथ दूध की भी व्यवस्था में लगे रहे। रानीकीसराय मंे देवानंद गुप्ता ने जहां दूध तो दिलीप जायसवाल, गुलाब जायसवाल, संतोष साहू, रजत गुप्त आदि अन्य व्यवस्था में लगे रहे। यही दशा गांव के पोखरे नदी तट किनारे रही। मझगावा, सेठवल, साकीपुर, शाहखजुरा, सहीदवारा में भी पूजन अर्चन किया गया।
मुबारकपुर प्रतिनिधि के अनुसार सूर्य उपासना का महान पर्व विधि विधान के साथ ग्रामीण अंचल सहित स्थानीय कस्बे में मनाया गया। सुरक्षा की दृष्टि से थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह, चौकी प्रभारी राजीव कुमार सिंह, अजय चौधरी लगे रहे। रविवार को सूर्य डूबते ही भगवान भास्कर की आराधना करने के बाद महिलाओं ने अपने अपने घरों को प्रस्थान किया और अपने पुत्र सहित जगत कल्याण की कामना किया। सेवा भाव की द्वष्टि से चैयरमैन प्रतिनिधि हाजी अब्दुल मजीद, हाजी मुक्तदीर उर्फ पल्लू, पूर्व चेयरमैन डॉ.शमीम अहमद सहित नूरपुर सराय हाजी के ग्राम प्रधान अंगद यादव मुस्तैद नजर आये।
लालगंज प्रतिनिधि के अनुसार- लालगंज नगर के घमरिया पोखरा सहित अन्य तालाबों, बेसो नदी क्षेत्र में पड़ने वाले गांव तथा दोना नदी के निकटवर्ती गांव की महिलाएं 3 दिन पहले से नदी किनारों पर पोखर तालाबों पर बेदियां बना चुकी थीं। आज अपनी-अपनी बेदी स्थल पर समय से पहुंचकर अस्ताचल होते सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया। देवगांव क्षेत्र में गांगी नदी किनारे बुढ़ऊ बाबा मंदिर के पास हजारों महिलाओं ने सूर्य की आराधना की। इसी प्रकार कलीचाबाद गांव की नदी किनारे, रामपुर कठरवां शिव मंदिर पोखरा पर, तरवा में दोना नदी किनारे, लालगंज घमिरिया पोखरा पर और हनुमानगढ़ी पोखरा सहित ग्रामीण अंचलों में हजारों हजार महिलाओं द्वारा पूरे लालगंज तहसील क्षेत्र में अस्ताचल होते सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया गया। उन्होंने अपने परिवार की उन्नति आदि की मनोकामना की तथा अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा पाठ की गई। इसके बाद अपने घरों को रवाना हो गईं। मनोज कुमार रघुवंशी क्षेत्राधिकारी लालगंज व उप जिला अधिकारी एसएन त्रिपाठी, तहसीलदार शैलेंद्र कुमार सिंह, नायब तहसीलदार पंकज कुमार शाही की देखरेख में सकुशल त्यौहार संपन्न कराने के लिए चक्रमण करते रहे।
पटवध प्रतिनिधि के अनुसार बिलरियागंज विकास खंड के पटवध कौतुक गांव सभा स्थित अमृत सरोवर तालाब पर व्रती महिलाओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। सरोवर के किनारे शिव शक्ति दल द्वारा मां छठी की मूर्ति लगाई गई थी। सुरक्षा की दृष्टि से बिलरियागंज पुलिस मौजूद रही। ग्राम प्रधान पति सुरेश्वरी दत्त उपाध्याय का विशेष योगदान रहा। इस अवसर पर सूरज प्रकाश राय युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष, प्रभाकर राय, अमित राय, शिवम राय, पीके राय, प्रदुमन राय, गौरव राय, राजा मौर्य, विजय मौर्य, सुनील मौर्य आदि मौजूद रहे। इसी क्रम में सेठारी और सरैया बाजार की महिलाएं सेठारी गांव के पोखरे पर पूजन अर्चन की।
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प्रशासन द्वारा की गयी थी चाक चौबंद व्यवस्था
आजमगढ़। डाला छठ पर्व को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट था। प्रत्येक घाटों पर नदी व सरोवर के किनारे वैरिकंेटिंग की व्यवस्था की गयी थाी जिससे कि कोई भी व्यक्ति नदी व सरोवर में गहरे पानी में न जा सके। इसके साथ ही नाविकों की भी व्यवस्था की गयी थी।
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हर घाटों पर तैनात रही महिला व पुरुष पुलिस विंग
आजमगढ़। डाला छठ त्यौहार को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पुलिस विभाग भी पूरी तरह से मुस्तैद दिखा। किसी श्रद्धालु के साथ कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन द्वारा हर घाटों पर पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ नाव की भी व्यवस्था की गयी थी। पुलिस विंग लगातार भ्रमण तो कर ही रही थी वहीं पुलिस के आलाधिकारी भी हर घाटों पर भ्रमण कर वस्तुस्थिति का जायजा ले रहे थे।