फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय तहसील क्षेत्र के प्रसिद्ध गांव मेज़वा में 14 जनवरी को कैफ़ी आज़मी का जन्म दिवस वर्षाें से मनाया जा रहा है। शनिवार को उनकी पुत्री सिने तारिका पूर्व राज्यसभा सांसद शबाना आजमी ने अपने पिता कैफ़ी आज़मी का जन्म दिवस केक काटकर मनाया। इस दौरान तालियों की गड़गड़ाहट से कैफ़ी आज़मी गर्ल्स कालेज प्रांगण का प्रांगण गूंज उठा।
जन्म उत्सव का आयोजन कैफ़ी आज़मी कम्प्यूटर सेन्टर व कैफ़ी आज़मी गर्ल्स इण्टर कालेज के प्रांगण में किया गया। शबाना आजमी अपने शुभ चिंतकों के साथ फतेह मंजिल से निकली तो साथ मंे तिरंगे झंडे लिए चिकनकारी सेन्टर की महिला छात्राएं साथ साथ आयोजन स्थल पहुंची। स्व.कैफ़ी आज़मी शौकत आजमी के चित्र के सामने दीप प्रज्वलित कर पुष्प अर्पित कर माला पहनाई और साथ ही केक काटकर उपस्थित क्षेत्र वासियो में वितरण किया। बच्चियों ने दहेज पर आधारित गीत के माध्यम से लोगों दहेज न लेने का संदेश दिया। पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह यादव ने कहा कि कैफी साहब ने जो रास्ता दिखाया है उसे नक्शे कदम पर चलने की जरूरत है। उन्होंने कैफी की रचना ‘औरत, उठ मेरी जान मेरे साथ चलना है’ सुनाया। इस दौरान डीएफओ जौनपुर ममता यादव को कैफी आज़मी के जीवन पर लिखी रचना पर सम्मानित किया गया। सूत्रधार संस्था की ममता पण्डित ने मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित बूढ़ी काकी लघु नाटिका बड़े ही मार्मिक ढंग से प्रस्तुत किया जिसे देख लोग लोटपोट हो गये। अंत में शबाना आज़मी ने कहा कि लोगों के दिलो में कैफी साहब आज भी जिंदा है जिसके कारण इस क्षेत्र के लोगो का हमे प्यार दुलार मिल रहा है।
रिपोर्ट- चन्द्रमौली पाण्डेय