आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह जिला 10 वर्ष पहले तक पहचान के संकट से जूझ रहा था। भ्रष्टाचार चरम पर था, तो गरीब भूख से मरता था और किसान आत्महत्या कर रहा था। आतंकी तार से जोड़कर आजमगढ़ को बदनाम किया जाता था, लेकिन आज उस पर अंकुश लगा है। विश्वविद्यालय, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और एयरपोर्ट से आजमगढ़ की पहचान हो रही है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने आजमगढ़ को परिवार की बपौती बनाया था वह लोग बेनकाब हो गए हैं। पहले यहां के लोगों को कहीं बाहर जाने पर रूम नहीं मिलता था, लेकिन अब यहां की पहचान बदली है। चार चरणों का चुनाव हो चुका है। एक बार फिर मोदी सरकार बनने जा रही है। पांच सौ वर्षों का इंतजार प्रधानमंत्री ने समाप्त कर दिया है, अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनाकर। अंत में उन्होंने आजमगढ़ और लालगंज के प्रत्याशियों को जिताने की अपील करते हुए बताया कि लालगंज में सांसद संगीता आजाद और प्रत्याशी नीलम सोनकर कमल खिलाने के लिए आगे बढ़ चुकी हैं, जबकि दिनेश लाल यादव निरहुआ तो यहां से पहले ही जीते थे। ऐसे में भटकना नहीं है, बहकना नहीं है और कमल खिलाने के अभियान में सभी को जुटना है।
रिपोर्ट-सुबास लाल