रानीकीसराय आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। पूर्वांचल पीजी कालेज रामसुंदरपुर में उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला में दूरस्थ शिक्षा और नई शिक्षा नीति पर जहां चर्चा हुई वहीं अब छात्र एक साथ दो डिग्री ले सकते हैं। छात्रांे को डिग्री कालेज नहीं बल्कि उनके घर भेजी जाएगी। कार्यशाला मंे आजमगढ़, मऊ, बलिया के विश्वविद्यालय द्वारा संचालित केन्द्रों समन्वयक और प्राचार्यों ने हिस्सा लिया। समन्वयक और प्राचार्य ने समस्याओं को रखा जिस पर चर्चा हुई।
राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.सत्यकाम ने कहा कि अब एक साथ दो डिग्री छात्र ले सकते हैं। शीघ्र बीसीए कोर्स भी संचालित होगा। दूरस्थ शिक्षा के नाम पर जो दाग था वह दूर होगा और देश ही नही विदेश में भी लोग गर्व से कह सकंेगे हम राजर्षि टंडन से डिग्री हासिल किये हैं। आजमगढ को प्रदेश का अहम केन्द्र बिंदु बताते हुए कहा कि हमारा प्रयास है कोई शिक्षा से वंचित न हो। उन्होंने कहा कि केवल ज्ञान प्राप्त करना या सूचना प्राप्त करना ही मुख्य शिक्षा नही है। कर्म शक्ति जो भारत की रही है उसे भूलते नहीं जाना है। भारत को बिकसित बनाने के लिए पश्चिम की ओर देखने की जरुरत नहीं है। केवल अपने भीतर के गुण को देखने की जरूरत है। किसानों के लिए प्रयास करेगे। शीघ्र ही प्रदेश के अन्य जिलांे के साथ आजमगढ में प्रचलित गीत को सम्मिलित करने का प्रयास है, इस पर भी कार्य होगा। इस दौरान डा.दयाशंकर, प्रो.अशोक कुमार, अमित मिश्रा, बंदना पांडे, प्रो.निसार अहमद, प्रमोद यादव, क्षेत्रीय समन्वयक डा.प्रेम प्रकाश कुशवाहा आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट-प्रदीप वर्मा