अब टीपू सुल्तान पर गरमाई सियासत, ओवैसी बोले- देखता हूं आप क्या कर सकते हो…

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भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कटील ने टीपू सुल्तान को लेकर दिया था बयान

नई दिल्ली (सृष्टि मीडिया)। कर्नाटक में कुछ ही महीनों में विधानसभा के चुनाव होने है। विधानसभा चुनाव को लेकर अब ध्रुवीकरण की राजनीति तेज हो गई है और चर्चा के केंद्र में टीपू सुल्तान है। टीपू सुल्तान का मुद्दा कर्नाटक में लगातार गर्म होता जा रहा है। दरअसल, बुधवार को कर्नाटक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कटील ने टीपू सुल्तान को लेकर एक बयान दे दिया था। इसके बाद AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भड़कते हुए पलटवार किया है। ओवैसी ने साफ तौर पर कहा कि मैं टीपू सुल्तान का नाम ले रहा हूं, देखता हूं आप क्या कर सकते हो। दरअसल, कटील ने कहा था कि टीपू सुल्तान के अनुयायियों को यहां रहने का हक नहीं। उन्हें जंगलों में खदेड़ देना चाहिए।

भाजपा सरकार इसके खिलाफ कार्रवाई करेगी?

इसी को लेकर ओवैसी का बयान सामने आया है। ओवैसी ने सवाल किया कि क्या कर्नाटक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने जो कहा है उसे प्रधानमंत्री मोदी सहमत है? उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यह हिंसा, हत्या और नरसंहार का खुला ऐलान है। क्या कर्नाटक में भाजपा सरकार इसके खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी? ओवैसी ने कटील के बयान को नफरत फैलाने वाला बयान बताया। दूसरी ओर भाजपा ने भी अब ओवैसी पर पलटवार किया है। भाजपा ने साफ तौर पर कहा है कि टीपू सुल्तान का विचार गलत था। नलिन कुमार कटील के बयान बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवी ने कहा कि टीपू सुल्तान का विचार गलत विचार है। वे कन्नड के विरोधी विचार हैं। इस्लामिक स्टेट करना उनका विचार है। सभी काफिरों का कत्ल टीपू सुल्तान का विचार है उनके विचार जिंदा नहीं रहने चाहिए।

यह है मामला

आपको बता दें कि कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कटील ने फिर से टीपू सुल्तान का मुद्दा छेड़ दिया था। इसके साथ ही उन्होंने खुद को भगवान राम और हनुमान का भक्त बताया। अपने बयान में नलिन कुमार ने कहा कि हम भगवान राम और हनुमान के भक्त हैं। हम टीपू के वंशज नहीं हैं, हमने उनके वंशजों को वापस भेज दिया। कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष ने हुंकार भरते हुए कहा कि मैं येलबुर्गा के लोगों से पूछता हूं, क्या आप हनुमान की पूजा करते हैं या टीपू के भजन गाते हैं? क्या आप टीपू के भजन गाने वाले लोगों को भगाएंगे? इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि तो सोचिए कि इस राज्य को टीपू के वंशज चाहिए या भगवान राम और हनुमान के भक्तों की? इसके साथ ही उन्होंने चुनौती भी दी। उन्होंने कहा कि मैं हनुमान की धरती पर चुनौती देता हूं- टीपू से प्यार करने वालों को यहां नहीं रहना चाहिए, भगवान राम के भजन गाने वाले और भगवान हनुमान को मनाने वाले यहां रहें। इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी आरोप लगाया कि कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान में विश्वास रखते हैं और दोनों दल कर्नाटक का भला नहीं कर सकते हैं।

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