आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जिले में छह माह तक के शिशुओं के लिए “पानी नहीं, केवल स्तनपान’ जागरूकता अभियान का आगाज सोमवार से किया गया। यह अभियान 30 जून तक चलाया जाएगा। उक्त आशय की जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) मनोज कुमार मौर्या ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य छह माह तक के शिशु के सुरक्षित जीवन के लिए पानी नहीं, केवल स्तनपान के प्रति धात्री माताओं को जागरूक करना है।
श्री मौर्य ने कहा कि छह माह तक सिर्फ स्तनपान कराने से शिशु का मानसिक और शारीरिक विकास होता है। इसके साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है जिससे नवजात को कई बीमारियों का होने का खतरा भी कम हो जाता है। डीपीओ ने कहा कि 54,932 धात्री माताएं तथा कुल 5681 नवजात शिशु चिन्हित हैं। यह कार्य छह माह तक के शिशुओं को केवल स्तनपान सुनिश्चित कराने के लिए किया गया है। इसके लिए बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से जिले की 5588 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पूरा सहयोग किया है।
सदर एवं तरंवा ब्लॉक के सीडीपीओ केके सिंह ने कहा कि गर्मी में धात्री एवं परिवार के सदस्यों को यह लगता है कि शिशु का मुंह सूख रहा होगा और वयस्कों की तरह उसे भी पानी की आवश्यकता महसूस होती है। यही कारण है कि नवजात को पानी देना शुरू कर देते हैं जो शिशु के स्वास्थ्य और उसके जीवन के लिए हानिकारक है। पानी शिशु के लिए सुरक्षित नहीं होता है। इससे संक्रमण, दस्त एवं बच्चा के बार-बार बीमार और कुपोषण का शिकार होता है। दस्त, उल्टी व सांस की समस्या होने पर शिशु को स्तनपान जरूर कराएं। आंगनबाड़ी के सहयोग से नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक की सलाह पर ही बच्चे को दवा दें।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार