पटवध आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। बिलरियागंज क्षेत्र में पटवध कौतुक प्राचीन शिव मंदिर पर नौ दिवसीय श्रीराम कथा एवं मानस यज्ञ के सातवें दिन अपने विश्राम की ओर बढ़ रही है। श्रीकांत पांडे के नेतृत्व में राहुल दुबे, सौरभ तिवारी, सोनू पांडे इत्यादि विद्वानों द्वारा मंत्र के साथ मानस पाठ एवं यज्ञ का आयोजन करते हैं। क्षेत्रवासी यज्ञ मंडप की फेरी लगाते हैं।
सातवें दिन मानस मर्मज्ञ ललित नारायण गिरी ने राजा भरत की महिमा का गुणगान करते हुए कहा कि आज भरत जैसे भाई की पूरे विश्व की जरूरत है जिनके आदर्श पथ पर चला जाए तो कोई भी विवाद नहीं रहेगा। भरत ने राज गद्दी को त्याग कर भगवान राम की खड़ाऊ की पूजा 14 वर्षों तक की है। भगवान राम व लक्ष्मण की रक्षा के लिए हनुमान जी संजीवनी पर्वत को लेकर जा रहे थे तो भरत को आभाष हुआ कि कोई राक्षस भाई राम व लक्ष्मण को नुकसान पहुंचाने जा रहा है। उन्होंने तिनके का बाण मार कर नीचे ला दिया। जब जानकारी हुई कि लक्ष्मण के इलाज के लिए हनुमान जी संजीवनी बूटी लेकर जा रहे हैं तो उन्हेंने हनुमान जी को अपने बाण की शक्ति से तुरंत भेजने की बात कही। लेकिन हनुमान जी ने कहा नहीं बस मुझे आप आज्ञा दीजिए और आशीर्वाद दीजिए मैं स्वयं प्रभु के चरणों में संजीवनी का पहाड़ लेकर पहुंच जाऊंगा। उन्होंने कहा कि भाई के हिस्से की बेइमानी से कोई बड़ा पाप नहीं है। आज पूरे विश्व को जरूरत है कि भाई की रक्षा के लिए सभी कार्य करें। इस अवसर पर शिवेश सिंह, अभय आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-बबलू राय