आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। मृतक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सामाजिक कार्यकर्ता लाल बिहारी मृतक ने प्रेसवार्ता में बताया कि जीवित मृतक फिरतु राजभर पुत्र स्व.रामप्रसाद निवासी ग्राम व पोस्ट सुरहन तहसील मार्टीनगंज लगभग 35 वर्षाे से तहसीलों चकबंदियों के भू राजस्व अभिलेखों में मुर्दा घोषित चल रहा है। इसके साथ-साथ रामबचन पुत्र रामदास छः भाई एक चचेरी बहन की लगभग चार बीघा जमीन पर भ्रष्ट अधिकारियों कर्मचारियों की मिली भगत से मुकदमा कर एक तरफा फैसला कराकर उनके हक हिस्से की जमीन को किसी व्यक्ति द्वारा फर्जी नाम दर्ज कराकर बिक्री किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जीवित मृतकों और धोखा घड़ी भ्रष्टाचार से पीड़ितों की लड़ाई लड़ी जा रही है। परंतु आज तक किसी भी सरकार के जनप्रतिनिधि नेता मंत्री जीवित मृतकों व फर्जीवाड़ा के विरुद्ध विधानसभा, विधान परिषद्, लोकसभा, राज्यसभा में आवाज़ नहीं उठाया और न ही कानून बनाने का कोई प्रस्ताव किया है। भ्रष्ट अधिकारियों कर्मचारियों की निष्क्रियता भ्रष्टाचार से आये दिन गांव कस्बों शहरों में जमीनों मकानों को लेकर झगड़ा फौजदारी हत्या मुकदमा अपराध में वृद्धि हो रही है। कर्यालय न्यायालय कोर्ट कचहरी भी शोषण उत्पीड़न अन्याय का स्थान बन गया है। राज्य सरकारें भारत सरकार निष्पक्ष जांच करा दे तो लाख प्रकरण सामने आ जायेगा। कार्यपालिका, न्यायपालिका में भी जातिवाद, धर्मवाद, परिवारवाद, छुवाछूतवाद हावी है जिससे न्याय का पतन हो रहा है। न्याय मिलना कठिन है।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार