आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। प्रचार विभाग के तत्वावधान में बुधवार को शहर के कलेक्ट्रेट स्थित अधिवक्ता भवन के अतिथि गृह में आदि पत्रकार नारद जयंती के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि डा.सर्वेश पाण्डेय प्राचार्य ने कहा कि नारदजी को किसी घटना की पहले ही जानकारी हो जाया करती थी। देवता को अहंकार हो गया है तो उसके अहंकार को समाप्त करने के बारे में लग जाते थे। उनका अहंकार खत्म करके ही मानते थे। ऐसी थी उनकी पत्रकारिता। इसीलिए नारद जी को आदि पत्रकार कहा गया।
अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार एसके सत्येन ने कहा कि आज मीडिया काफी जागरूक हो गई है। प्रिंट मीडिया का क्रेज हमेशा बरकरार रहा है और बरकरार रहेगा। हां सोशल मीडिया का प्लेटफार्म ऐसा मिल गया है कि आम लोग भी अपनी बात उच्च अधिकारियों तक पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि नारद जी सदैव आदरणीय रहे हैं वह सत्य के साथ लगातार मजबूती से खड़ा रहते। सत्य कहने में ब्रह्मा, विष्णु, महेश को भी नहीं छोड़ते थे। आज की पत्रकारिता लोगों के विचारधारा व दशा को तय करता है। संचालन करते हुए मनोज कुमार श्रीवास्तव जिला प्रचार प्रमुख ने कहा कि पत्रकारिता सदैव चुनौती भरी है। कम आमदनी में भी पत्रकार लगातार सकारात्मक सोच के तहत कार्य करता हुआ समाज को दिशा देने का काम करता है। इस अवसर पर मनोज कुमार ओझा, राजेश पाठक, विभाष सिन्हा, राजू, उदय, उमेश सिंह, ओम प्रकाश पांडेय, अभय सिंह, विश्राम शर्मा, राजेश शर्मा, अभिमन्यु शर्मा, मनोज जायसवाल, दुर्गविजय सिंह, विद्याधर श्रीवास्तव, ओम प्रकाश पाण्डेय, अभय सिंह आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार