आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। नगर के गुरूघाट स्थित श्रीराम जानकी मंदिर में महामंडलेश्वर श्री रामकृष्ण दास जी महाराज के संरक्षण में चल रहे संगीतमयी श्रीराम कथा हवन और भंडारा के साथ सम्पन्न हो गयी।
विश्राम दिवस पर कथा वाचक अंकित चतुर्वेदी जी महाराज ने कहा कि सुंदर काण्ड मानस का हृदय कांड है। क्योंकि इस कांड में ही भक्त को भगवान से जोड़ने का कार्य हनुमान जी द्वारा हुआ जिससे प्रभु श्रीराम ने बंदर भालुओं की सहायता से समुद्र पर पुल बनाकर माता जानकी तक पहुंचने में सफल हुए। समुद्र का पुल बनाना यह सिद्ध करता है कि समस्या कितनी भी बड़ी हो लेकिन जन बल सहायता में लगा हो तो समाधान अवश्य जो जाता है और जो लोग भक्ति और भगवान का दर्शन चाहते हैं उन्हें हनुमान की शरणागति प्राप्त करनी होगी। अंत में कार्यक्रम अध्यक्ष सुभाष चन्द्र तिवारी कुंदन ने लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस मौके पर समाज सेवी अभिषेक जायसवाल दीनू, महंत संजय कुमार पांडेय, अनिल मिश्रा, सहयोगी कविकांत उपाध्याय, डॉ.जेपी पाण्डेय, लालमन विश्वकर्मा, नंदू सोनकर, ढुनमुन सोनकर, ओम प्रकाश गुप्ता, रवि शंकर पाण्डेय, राजनी कांत तिवारी, अच्छेलाल साहू आदि उपस्थित थे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार