बोले – स्क्रिप्टेड था हत्याकांड, बनानी थी सिर्फ तीन की पिक्चर, चलाई थी पांच लोगों ने गोलियां
गाजीपुर (सृष्टि मीडिया)। प्रयागराज में हुई कुख्यात अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या पर मुख्तार अंसारी के भाई और बीएसपी के सांसद अफजाल अंसारी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि दोहरा हत्याकांड स्क्रिप्टेड था। आरोप लगाया कि प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल में सिर्फ तीन लोगों ने गोलियां नहीं चलाई, वहां पांच लोगों ने गोलियां चलाई। अफजाल अंसारी ने दावा कि स्क्रिप्ट के मुताबिक तीन लोगों को पिक्चर में लाना था। उन्हीं तीन लोगों को दिखाया गया। एमपी अफजाल अंसारी ने मीडियाकर्मियों से मुखातिब होते अपने भाई मुख्तार अंसारी के ऊपर जान के खतरे और प्रयागराज में हुए अतीक अहमद शूट आउट पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अतीक अहमद शूट आउट को एक सुनियोजित षड्यत्र बताया है। सांसद अफजाल ने कहा कि यदि मामले की निष्पक्ष जांच होती है, तो सबकुछ सामने आ जाएगा। अफजाल ने कहा कि असली शूटर्स अभी भी गायब हैं। जांच का विषय है कि उस दिन कानून व्यवस्था किसके हाथ में थी। उस दिन दो हत्याएं हुई। पहली अतीक-अशरफ की, दूसरी कानून व्यवस्था की हत्या की गई।
अतीक अहमद हत्याकांड भी दब जाएगा
अफजाल ने कहा कि इतने शानदार हथियार मिले, तीन के लिए स्क्रिप्ट तैयार की गई थी। सबको अलग-अलग काम बांटे गए थे। तीन लोगों के अलावा भी कई लोग थे। पिक्चर में सिर्फ तीन लोगों को लाना था। उनसे जैसा कहा गया, वैसा उन्होंने किया। पुलिस वाले उन तीनों को ऐसे पकड़ रहे थे, जैसे कबड्डी का मैच खेल रहे हों। अफजाल ने कहा कि 15 अप्रैल को प्रयागराज में जो हुआ, वह दिल दहला देने वाला था। उन्होंने कहा कि चर्चा हो रही है कि अब इसके बाद मुख्तार आंसरी का नम्बर है, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। मारने वाले से बचने वाला बड़ा होता है। आज समाज में जो हो रहा है, वह अच्छा नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा की आप इन्वेस्टर सम्मिट में दावे करते हैं कि उत्तम प्रदेश, उत्तर प्रदेश में परिंदा पर नहीं मार सकता लेकिन अतीक अहमद का शूटआउट जैसा इतना बड़ा कांड हो गया। उन्होंने कहा कि 2024 में केंद्र की सरकार 200 का आंकड़ा भी नहीं छू पाएगी। सांसद ने कहा कि अतीक अहमद हत्याकांड भी दब जाएगा, उन्होंने मीडिया की भूमिका पर् भी सवाल उठाया और कहा कि उन्हें देश की अदालतों पर भरोसा है। उनके खिलाफ झूठे चार्ज लगाए गए हैं। इसके खिलाफ वो ट्रायल कोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से रख रहे हैं, उन्होंने साफ कहा कि 29 अप्रैल को जो भी फैसला आए, उसके लिए वे तैयार हैं।