आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। नगर के गुरुघाट स्थित श्री राम जानकी मंदिर में चल रहे संगीत मय श्रीराम कथा के तीसरे दिन कथा वाचक अंकित चतुर्वेदी जी महाराज ने शिव विवाह का अद्भुत वर्णन करते हुए कहा कि मां द्वारा दिया गया संस्कार ही जीवन को संवारता है और बड़ी से बड़ी उपलब्धि प्राप्त कराने में मदद करता है।
उन्होंने बताया कि पार्वती मैया की विदाई करते समय जो संदेश माता मैना ने दिया वही हर मां को देना चाहिए। माता जी ने कहा कि बेटी सदा शंकर जी के चरणों में प्रेम करना एक स्त्री के लिए पति से बड़ा कोई देवता नहीं जिससे समाज में वैवाहिक जीवन सुखमय हो सके। मां के प्रेम का ऐसा भाव पूर्ण वर्णन सुनकर श्रोतागण के नेत्र सजल हो उठे। इसके बाद कथा मर्मज्ञ अंकित चतुर्वेदी ने शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग सुनाकर सभी को भाव-विभोर कर दिया। इस अवसर पर सुभाष चंद्र तिवारी (कुंदन), समाजसेवी अभिषेक जायसवाल दीनू, मंदिर के महंत संजय कुमार पांडेय, नंदू सोनकर, ओम प्रकाश गुप्ता, नवीन वर्मा, कविकांत उपाध्याय आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार