फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय तहसील से लेकर ब्लाक तक जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर हजारों रुपये ग्रामीण खर्च कर रहे फिर भी महीनों ब्लाक तहसील के चक्कर लगा रहे हैं। उम्र नाम आधार एडमिशन बैंक आधार में नाम संशोधन वरासत आदि हर जगह जन्म प्रमाण पत्र बिना बनवाये कोई कार्य संभव नहीं हो पा रहा है। जन्म जहां हुआ है प्रमाण पत्र उस नगर वार्ड गांव के सचिव बनायेंगे ऐसे में पचास वर्षीय महिला बिना पढ़ा लिखे कौन सा प्रमाण पत्र देगी। वहीं जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने की कठिन प्रक्रिया है जिसमें ग्रामीण दलालों का सहारा लेकर पैसा भी खर्च कर रहे। शपथ पत्र के साथ प्रार्थना पत्र उपजिलाधिकारी द्वारा खण्ड बिकास अधिकारी से रिपोर्ट मांगी जाती है, खंड विकास अधिकारी द्वारा सहायक बिकास अधिकारी पंचायत से आख्या मांगी जाती है।
एडीओ पंचायत सचिव से रिपोर्ट मांगता है जहां जन्म प्रमाण के आवेदक को आशा, आंगनबाड़ी, प्रधान दो सम्भ्रान्त ग्रामीण से फार्म प्रमाणित करवाया जाता है फिर सचिब सहित एडीओ पंचायत बीडीवी होते हुए उपजिलाधिकारी कार्यालय रिपोर्ट प्रेषित की जाती है जहां से आर्डर बनकर पुनः उसी चैनल से ब्लाक पहुंचता है। तत्पश्चात कम्प्यूटर आपरेटर के आगे पीछे टहलना पड़ता है। बा मुश्किल महीनों बाद प्रमाण पत्र मिल जाय तो ग्रामीण धन्य समझता है अपने आप को। इस संबंध में खंड विकास अधिकारी फूलपुर ने बताया कि ग्रामीणों की प्रमाण पत्र बनवाने में हो रही समस्या को देखते हुए पंचायत कार्यालय में अतिरिक्त कर्मचारी की ड्यूटी लगाई जा रही है जहां तक ग्रामीणों से पैसे की मांग की बात उठ रही है। ग्रामीण प्रमाण पत्र के नाम पर ब्लाक में कोई पैसा न दंे, अगर कोई मांगता है तो तत्काल हमें सूचित करें।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय