फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय ब्लाक के ग्राम पंचायत सुदनीपुर में डॉ. अदील अहमद की दुकान से सुदनीपुर नाले तक लगभग दो सौ मीटर ह्यूम पाइप युक्त अंडर ग्राउंड नाली का निर्माण मनरेगा योजना अंतर्गत तीन लाख 99 हजार रुपया खर्च करके बनवाया गया था। एक वर्ष भी पूरा नहीं हुआ कि जगह जगह सीमेंटेड पाइप टूट गयी। बीच-बीच मे पाइप युक्त नाले की सफाईं के लिए चेम्बर बनवाया गया था। आधा दर्जन चेम्बर पर आज तक ढक्कन नहीं रखा गया। परंतु अभियन्ता द्वारा मेजरमेंट कर दिया गया और बिना कार्य पूर्ण हुए भुगतान भी कर दिया गया।
इसी प्रकार ब्लाक क्षेत्र के अन्य गांवों में वर्तमान समय में धड़ल्ले से इंटरलॉकिंग का कार्य कराया जा रहा है। जहां सरकार द्वारा निर्धारीत मानक का प्रयोग नही किया जा रहा है। इंटरलॉकिंग कार्य मंे ईंट की गिट्टी डालकर बालू या बलुई मिट्टी डालकर समतल कर सीमेंटेड ईंट लगाई जाती है। फिर ईंटों के गैप में बालू भरा जाता है। मानक के अनुसार कार्य न कराये जाने से इंटरलॉकिंग बैठने लगती है और साइड दीवाल टूटने लगती है। इस संबंध में बीडीओ विमला चौधरी का कहना था कि मानक के अनुसार कार्य न पाए जाने पर संबंधित कर्मचारी के खिलाफ जांचोपरान्त कार्यवाही होगी। किसी भी गांव में शासन की मंशानुसार और मानक के अनुसार ही कार्य कराए जाएंगे।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय