रानीकीसराय आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय ब्लाक क्षेत्र के चड़ई गांव से मोलनापुर गांव तक निकली माइनर की शाखा केवल कागजो में ही रह गई हैं। मौके पर अस्तित्व ही नहीं दिखता। ग्रामीणों ने कई बार आवाज उठाई लेकिन नक्कारखाने मंे तूती की आवाज साबित हुई।
क्षेत्र के हसनपुर बीबीपुर होते हुए माइनर की शाखा पंदहा गांव से होकर चड़ई मोलनापुर तक निकली है। कागजों में यह शाखा आज भी कायम है परंतु मौके पर स्थिति अलग है। पंदहा के आगे से यह नदारत है, वहीं चड़ई से मोलनापुर तक कहीं भी मौके पर अस्तित्व नहीं है। किसानों के बेहतर सिर्चाइं के लिए माइनर की व्यवस्था है परंतु नहर विभाग द्वारा आज तक इस तरफ ध्यान नहीं दिया गया। हालत यह है कि जिस भाग से माइनर निकली है वहां खेतों मंे ही जोती बोई जा रही है। नहर विभाग कागजों में ही इसकी सफाई भी करता है। माइनर की शाखा ठीक होने से दो गावों के किसान लाभान्वित होते लेकिन विभाग द्वारा इस तरफ कोई पहल नहीं की गई। क्षेत्र के छोटेलाल यादव ने कहा कि मामले मंे विभाग को अवगत भी कराया गया लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। सिंचाई जैसी मूलभूत सुविधाओं से किसान वंचित है।
रिपोर्ट-प्रदीप वर्मा