आजमगढ (सृष्टिमीडिया)। जाफरपुर स्थित शिवराध्या आईएएस एकेडमी द्वारा ’सिविल सेवा की तैयारी कैसे करें’ विषय पर एक सेमिनार का आयोजन हरिऔध कला केन्द्र में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती मां के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर प्रो. अभिषेक दूबे ने किया। मुख्य वक्ता एकेडमी के टॉपर देवांश मोहन द्विवेदी व मुकुल दूबे रहे।
देवांश मोहन द्विवेदी व मुकुल दूबे ने संयुक्त रूप से मजबूत नींव के महत्व पर जोर दिया और कहा कि इसके बिना सफलता असंभव है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि आज के समय में आईएएस उपलब्धि का शिखर है। उन्होंने एक गहन विचार साझा किया कि डर से जीत नहीं मिलती, इसके बजाय, यह अवसाद की ओर ले जाता है। अनुशासन, उपलब्धियां, एक उचित समय सारिणी और समर्पण आवश्यक है। उन्होंने ताकत और उत्साह के महत्व पर जोर दिया और कहा कि 98 प्रतिशत लोगों में स्व-निर्णय लेने की क्षमता का अभाव है। सफलता के लिए मानसिक मजबूती बेहद जरूरी है। उन्होंने सभी से अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया और चार प्रमुख पहलुओं सीखना, सम्मान, अनुशासन और नींव पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जहां विकल्प है, वहां कोई भ्रम नहीं है। सिविल सेवा परीक्षा में प्रश्न निर्धारण और शिक्षा का माध्यम महत्वपूर्ण है, लेकिन किसी भी माध्यम में सफलता प्राप्त की जा सकती है।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार