आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। निधि शैक्षिक एवं शोध संस्थान, आजमगढ़ पंजीकृत संस्था द्वारा भदुली बाजार में श्री चनरेज राम अंबुज ग्राम व पोस्ट विजयापार, आजमगढ़ की पुस्तक महके मन के मोती काव्य संग्रह के लोकार्पण कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही प्रो. गीता सिंह शिक्षकश्री अध्यक्ष स्नातकोत्तर हिंदी विभाग डीएवी पीजी कॉलेज ने कहा कि चनरेज राम अंबुज की पुस्तक महके मन के मोती हिंदी साहित्य के लिए मोती समान है। इस पुस्तक में 87 कविताएं प्रकाशित है जिससे हिंदी साहित्य समृद्ध हुआ है। चनरेज राम अंबुज साहित्यकार एवं कवि को संस्था द्वारा साहित्य रत्न सम्मान 2025 से और डॉ. प्रेम प्रकाश यादव पूर्व प्राचार्य डीएवी पीजी कॉलेज को उच्च शिक्षा में उल्लेखनीय योगदान के लिए उत्कृष्ट शिक्षा सेवी सम्मान 2025 से सम्मानित किया गया।
डॉ. राम अवध सिंह यादव पूर्व प्राचार्य श्री गांधी पीजी कॉलेज, मालटारी ने कहा कि चनरेज राम अंबुज एक सशक्त रचनाकार हैं। समाज की विसंगतियों को दूर करने के लिए गम्भीर लेखन कार्य कर रहे हैं। विशिष्ट वक्ता प्रो. अखिलेश चंद्र ने कहा कि उनकी कविताएं समाज की रूढ़ियों को तोड़ने का प्रयत्न करती हैं। कविताओं में जाति-पात छुआ छूत जैसे विषयों पर गंभीरता से प्रहार करती हैं। मुख्य अतिथि घनश्याम सिंह पटेल ने कहा कि कविता नदियों की तरह यात्रा करती है। अंबुज की कविताएं हिंदी साहित्य को नया आयाम देने का प्रयत्न करती हुई दिख रही है। कार्यक्रम को जितेंद्र नाथ सिंह पूर्व प्रवक्ता हिन्दी गांधी इंटर कॉलेज माल्टारी, अवनीश राय असिस्टेंट प्रोफेसर, डॉ.निधि सिंह ने भी संबोधित किया।
रिपोर्ट-दीपू खरवार