बोलीं-दूध की मक्खी की तरह निकाल दिए जाते हैं उपेक्षित वर्ग के नेता
लखनऊ (सृष्टि मीडिया)। संविधान निर्माता और बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर विरोधियों पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि जातिवादी सरकारें उपेक्षित वर्ग के नेताओं को अपने समाज का भला करने की छूट नहीं देती हैं। यदि कोई कुछ करने का प्रयास करता है तो उसको दूध की मक्खी की तरह निकाल-बाहर कर दिया जाता है।
अम्बेडकर के संघर्षों व संदेशों की कितनी ही अवहेलना
बतादें, एक ट्वीट के जरिए बसपा सुप्रीमो ने कहा कि यहां अब तक ऐसा ही होता रहा है। इसी वजह से इन वर्गों की हालत अभी तक मजबूर और लाचार बनी हुई है। मायावती ने कहा कि यह स्थिति अत्यंत दुखद है। मायावती ने कहा कि जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त विरोधी पार्टियों व इनकी सरकारें बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के संघर्षों व संदेशों की कितनी ही अवहेलना करके उनके अनुयाइयों पर शोषण, अन्याय-अत्याचार व द्वेष आदि जारी रखें, किन्तु उनके आत्म-सम्मान व स्वाभिमान का बीएसपी मूवमेन्ट रुकने और झुकने वाला नहीं है। जातिवादी सरकारें उपेक्षित वर्ग के नेताओं को अपने समाज का भला करने की छूट नहीं देती हैं। यदि कोई कुछ करने का प्रयास करता है तो उसको दूध की मक्खी की तरह निकाल-बाहर कर दिया जाता है, जैसाकि अब तक यहाँ होता रहा है। इसीलिए इन वर्गों की हालत अभी तक मजबूर व लाचार, यह अति-दु:खद।