फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। क्षेत्र के कौड़िया गांव में मतदान के दिन विवाहिता सिदरा की संदिग्धावस्था में मौत के बाद उसके पिता ने हत्या का आरोप लगाया। आरोप का संज्ञान लेकर एसडीएम के आदेश पर पुलिस ने मौत के छह दिन बाद शनिवार को कब्र से शव निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
क्षेत्र के ग्राम कौड़िया निवासी परवेज आलम पुत्र रमजान के बड़े पुत्र जमाल की शादी 10 वर्ष पहले देवगांव कोतवाली के बैरीडीह निवासी हारून पुत्र अकबाल की पुत्री सिदरा बानो से हुई थी। इन वर्षों में तीन सन्तान पैदा हुई, जिसमें दो पुत्री व एक पुत्र हैं।
ग्रामीणों की मानें तो जमाल अभी रमजान में कतर से आया और पत्नी व बच्चों के साथ आगरा आदि घूमने गया था। जमाल की 10 वर्षीय बड़ी पुत्री इलमा की मानसिक स्थित ठीक नहीं रहती है, जिसकी वजह से सिदरा चिंतित रहती थी। 25 मई को मतदान करके वापस आए और एक साथ खाने के लिए बैठे। सिदरा सभी के लिए खाना ला रही थी। चर्चा है कि खाने का प्लेट साफ न रहने और दाल में नमक न होने के कारण पत्नी को जमाल ने डांट लगा दी। उसके बाद सिदरा ने अपने रूम में जाकर दरवाजा बंद कर लिया। शंका पर पति ने रूम के पास पहुंचकर दरवाजा पर दस्तक दी। कई बार आवाज लगाने के बाद दस्तक देने के बाद दरवाजा न खुलने पर दरवाजा तोड़ा गया, तो सिदरा चारपाई पर बेहोश पड़ी थी। परिजन तत्काल फूलपुर स्थित एक निजी अस्पताल ले गए और वहां से जबाब मिलने पर जिला मुख्यालय स्थित रमा अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान शाम सात साढ़े सात बजे सिदरा बानो की मृत्यु हो गई। सूचना पर सिदरा के पिता हारून, भतीजा व महिलाएं बैरीडीह से आ गए।
सभी की सहमति और प्रधान मानवती के लेटर पैड पर सहमति पत्र बनाने के बाद 26 मई को कौड़िया के कब्रिस्तान में सिदरा बानो का शव दफन कर दिया गया। चार दिन बाद 30 मई को सिदरा बानो के पिता हारून पुत्र अकबाल ने थाना प्रभारी फूलपुर को लिखित तहरीर देकर दामाद जमाल, समधी परवेज, समधन शाहरुनिशां के खिलाफ जान मारने की तहरीर दी।
प्रभारी निरीक्षक शशिचन्द चौधरी ने बताया कि 30 मई को हारून की तहरीर मिली। शव कब्र से निकलवाने के लिए एसडीएम निजामाबाद से अनुमति के बाद नायब तहसीलदार वीरेंद्र कुमार, राजस्व निरीक्षक नन्दलाल, महिला दरोगा प्रियंका तिवारी, सीनियर सब इंस्पेक्टर गंगा प्रसाद, अरविंद तिवारी, अरविंद की मौजूदगी में शनिवार को वीडियो ग्राफी के बीच शव निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय